संवादसहयोगी,झींझक:संदलपुरक्षेत्रमेंअबभीअन्नाजानवरकिसानोंकीफसलकेलिएआफतबनेहुएहैं।क्षेत्रमेंबनेआश्रयस्थलभीमवेशियोंपररोकनहींलगापारहेहैं।खेतोंमेंखड़ीफसलोंकेलिएयहमवेशीबड़ेसंकटकीतरहहैं।फिलहालइससमस्याकास्थाईहलकिसीकेपासनहींहै।
संदलपुरब्लॉकमेंजसापुरवअसबीगांवमेंपशुआश्रयकेंद्रचालूहोगयाहै।इसकेबादभीइतनीबड़ीसंख्यामेंअन्नापशुखुलेघूमरहेहैंकिकिसानोंकोअपनीफसलोंकीसुरक्षाकरनाकठिनहोगयाहै।फसलोंपरयहजानवरकहरबनकरटूटपड़तेहैं।जिसतरहजवानसीमापरदुशमनसेदेशकीरक्षाकेलिएमुस्तैदहैंउसीतरहकिसानअन्नामवेशियोंसेफसलकीरक्षाकेलिएरातदिनमुस्तैदरहताहै।फिरभीजरासीचूकहोनेपरअन्नापशुकिसानोंकीफसलचटकरजातेहैं।क्षेत्रकेकिसानोंमेंशिवकुमारसिंह,सियाराम,संतोषपाल,प्रदीपसिंहकाकहनाहैकिएकतोमौसमकीमारसेहमारीलाही,मटरगेहूंकीफसलखराबहोरहीऊपरसेअन्नापशुआफतबनकरटूटरहेहैं।हालयहीरहातोअन्नकादानाघरोंमेंपहुंचनामुश्किलहोजाएगा।किसानोंकीइससमस्याकाकोईसमाधाननिकलनामुश्किलहोरहाहै।