नईदिल्ली(पीटीआई):देशमेंएड्सपरकाबूपानेकेलिएबनीसर्वोच्चसंस्था'नाको'सेक्सएजुकेशनकीपाठ्यसामग्रीपरपुनर्विचारकरनेकेलिएतैयारहै।दरअसल,कुछराज्यइससामग्रीकोस्कूलोंमेंपढ़ाएजानेपरआपत्तिजताचुकेहैं।लेकिननाकोइनराज्योंसेकहेगाकिवेसेक्सएजुकेशनपरप्रतिबंधनलगाएं।नाको(नैशनलएड्सकंट्रोलऑर्गनाइजेशन)कीडायरेक्टरजनरलके.सुजातारावकेमुताबिकहमारेसंगठननेयहमानाहैकिपाठ्यसामग्रीसिर्फसीनियरसेकंडरीकेटीचरोंकेलिएहै,इसेखुलेआमनहींपढ़ायाजासकता।हमपाठ्यसामग्रीपरपुनर्विचारकीखातिरएक्सपर्टकमिटीकेगठनकेलिएतैयारहैं।जिनमसलोंपरलोगोंकीसांस्कृतिकभावनाएंआहतहोतीहों,उनमेंकमिटीबदलावलासकतीहै।लेकिनजोसंदेशदियाजानाहै,वहसाफहोगाऔरउसमेंकोईसमझौतानहींकियाजासकता।मध्यप्रदेश,राजस्थान,महाराष्ट्र,कर्नाटकऔरछत्तीसगढ़मेंसेक्सएजुकेशनपरपाबंदीकोउन्होंने'आडंबर'करारदिया।उन्होंनेकहा,इसकाकोईतुकनहींहैकिहमेंसेक्सएजुकेशननहींचाहिए।हमारासर्वेकहताहैकिकिशोरवयमेंयूंहीसेक्सकरनेकीप्रवृत्तिहै।देशमें15फीसदीप्रसवटीएनएजकीलड़कियोंसेजुड़ाहै।देशमें52लाखलोगएचआईवीसेप्रभावितहैं।इनमेंसे57फीसदीग्रामीणक्षेत्रोंमेंरहतेहैं।रावकेमुताबिक,पाबंदीकेफैसलेकाअसरगरीबपरिवारोंकेबच्चोंपरपड़ेगा,जोसहीसूचनाकेलिएपरिवारोंपरनिर्भररहतेहैं।केंद्रीयस्वास्थ्यमंत्रालयइसमुद्देकोराज्यसरकारोंकेसामनेउठाएगा।मंत्रालयनहींचाहताकिराज्यजल्दीमेंकोईफैसलालें,जोजीवनकौशलकीशिक्षापानेमेंबाधाबनें।इसशिक्षामेंसेक्सुअलहेल्थऔरएचआईवीकीबातेंभीहैं।रावनेकहाकिजोपाठ्यसामग्रीउपलब्धकराईगईहै,वहसीनियरटीचरोंकोसमझनेकेलिएहै,जिसकेबादवेबच्चोंकोइसबारेमेंबतासकें।पाठ्यसामग्रीमेंबच्चोंकोशरीरऔरउसमेंहोनेवालेपरिवर्तनोंकेबारेमेंबतायागयाहै।अगरउन्हेंइसबारेमेंनहींबतायागयातोवेगलतफैसलेलेंगेऔरइसकाअसरउनकेभविष्यऔरस्वास्थ्यपरपड़ेगा।हमकबतकसच्चाईसेआंखेंमूंदेरहेंगेकिउन्हेंसहीशिक्षाचाहिए।अगरयहकामनहींकियागयातोवेइंटरनेटऔरटीवीसेगलतसूचनाग्रहणकरेंगे।मैंनेआजकीजरूरतकेबारेमेंकेंद्रीयमंत्रीकोबतादियाहै।

By Doherty