आदर्शतिवारी।इसनाजुकवक्तमेंसंघप्रमुखद्वारादिएगएवक्तव्यकेनिहितार्थगहरेहैं।मानवताकीरक्षाऔरदेशकोएकसूत्रमेंपिरोनेकेलिहाजसेयहउद्बोधनयकीननएकसार्थकपहलकेरूपमेंदेखाजानाचाहिए।कोरोनावायरसकेकहरकेबीचचलरहीबहसकोसंघनेफिरएकबारउसदिशाकीतरफमोड़दियाहै,जहांमानवतावादीदृष्टिकोणकीसार्थकताकोबलमिलताहैऔरमानवताविरोधीशक्तियोंकादंभछिन्नभिन्नहोजाताहै।समझनाआवश्यकहैकितब्लीगियोंकेमामलेसामनेआनेकेपश्चातसामाजिकताने-बानेकोबिगाड़नेकीकोशिशकीगई।समाजमेंवैमनस्यताफैलानेकेलगातारप्रयासकिएजारहेहैं।
मोहनभागवतनेबिनाकिसीकिंतु-परंतुकेसाफतौरपरकहाहैकि130करोड़कासमाजभारतमाताकेपुत्रहैंऔरअपनेबंधुहैं।जोपीड़ितहैं,अपनेहैंहमेंसबकेलिएकार्यकरनाहै।भागवतनेअपरोक्षरूपसेउनलोगोंकोभीनिशानेपरलियाजोतब्लीगीजमातकीहरकतोंकेकारणसमूचेसमुदायपरसवालखड़ेकररहेथे।उन्होंनेकहाकिअगरकोईगलतीकरेतोउसमेंपूरेसमूहकोलपेटनाऔरउसपूरेसमाजसेदूरीबनानाठीकनहींहै।संघप्रमुखकायहसंदेशबेहदमहत्वपूर्णहै।
लॉकडाउनसमाप्तहोनेकेपश्चातदेशमेंआनेवालीबड़ीचुनौतियोंएवंअवसरोंकोभीरेखांकितकरतेहुएमोहनभागवतनेस्वदेशीवस्तुओंकाउपयोग,प्लास्टिकसेमुक्ति,जलएवंवृक्षोंकासंरक्षणतथाजैविकखेतीसेहोनेवालेलाभकीतरफभीसबकाध्यानआकृष्टकिया।गतदिनोंप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेभीजहांस्वावलंबनऔरआयुर्वेदऐसेविषयोंकाजिक्रगंभीरतासेकिया।संघप्रमुखनेभीवैसीहीनीतियोंपरअपनीसहमतीजताईहै।अत:हमेंइनविचारोंसेअवगतहोनेकेपश्चातयहबातसमझनीहोगीकिभारतकीआगेकीनीतिमेंइनबिंदुओंकीझलकअवश्यदेखनेकोमिलेगीजोसंकटकीघड़ीमेंविश्वकोहीराहदिखाएगी।
Covid-19:इससंकटकीघड़ीमेंभारतदुनियामेंअपनीस्थितिकरसकताहैऔरमजबूत
राज्योंमेंकोरोनाकीहुईसुस्तरफ्तार,लेकिनलॉकडाउनहटानेकोलेकरबंटीदेशकीराय