संवादसहयोगी,पौनी:भोलेबाबाकेदर्शनकेलिएदेशभरसेशिवभक्तभोलेकीनगरीरनसूशिवखोड़ीमेंउमड़रहेहैं।शिवभक्तभगवानशिवकीपूजाकरनेकेसाथहीजलाभिषेकभीकररहेहैं।श्रद्धालुभोलेबाबाकेदर्शनकोलेकरकाफीउत्साहितहैं।जारीचैत्रनवरात्रकेदौरानआठदिनमें70,000शिवभक्तभोलेबाबाकेदर्शनकरचुकेहैं।यात्रामेंहुईबढ़ोतरीसेरनसूवउसकेआसपासकेक्षेत्रोंमेंकाफीचहल-पहलबढ़गईहै।
मांवैष्णोदेवीकेदर्शनकरनेकेबादश्रद्धालुभोलेबाबाकेदर्शनकेलिएशिवखोड़ीपहुंचरहेहैं।कुछश्रद्धालुपैदलरनसूसेगुफातकरवानाहुएतोकुछश्रद्धालुघोड़ाऔरपालकीमेंसवारहोकरगुफातकपहुंचरहेहैं।श्रद्धालुशिवलिंगपरचढ़ानेकेलिएयात्रामार्गपरस्थितदुकानोंसेपूजामेंप्रयोगकीजानेवालीसामग्रीआदिखरीदरहेहैं।श्रद्धालुबमभोलेकेजयघोषलगातेहुएगुफाकीओरआगेबढ़रहेहैं।
शिवखोड़ीगुफाकेमुख्यपुजारीआचार्यदीपकशास्त्रीनेबतायाकिभगवानशिवकीपूजाकरनेसेमनुष्यकेकईप्रकारकेदुखऔरसंकटदूरहोतेहैं।लोगउपवासरखतेहैंऔरसुबहमंदिरोंमेंपहुंचकरपूजा-अर्चनाकररहेहैं।शिवखोड़ीमेंभोलेशंकरकेदर्शनकेलिएपूरायात्रामार्गबमभोलेकेजयघोषसेगूंजरहाहै।
शिवखोड़ीश्राइनबोर्डकेप्रबंधकबलदेवराजनेबतायाकिशिवखोड़ीमेंकाफीसंख्यामेंश्रद्धालुपहुंचरहेहैं।इसमेंस्थानीयश्रद्धालुओंकीसंख्याअधिकहै।श्रद्धालुओंकोकोईपरेशानीनहो,इसकोलेकरबोर्डप्रशासनकीतरफसेव्यापकप्रबंधकिएगएहैं।