राजेशकुमार,चैनपुर(गुमला):प्रखंडकेअतिदुर्गमवनक्सलप्रभावितगांवजनावलकेग्रामीणआजादीकेवर्षोंबादभीढिबरीयुगमेंजीरहेहै।यहांकेग्रामीणआजभीमूलभूतसुविधाओंसेवंचितहैं।गांवतकपहुंचनेकेलिएअच्छीसड़कनहींहैगांवमेंबिजलीनहींहैगांवमेंपीनेकेलिएशुद्धपानीनहींहै।केंद्रसरकारकीसौभाग्ययोजनाभीइसगांवकोरोशननहींकरसकी।
करीबआठवर्षपहलेगांवमेंबिजलीकेलिएपोललगाएगएथे।लेकिनइसगांवमेंएकदिनभीबिजलीनहींजली।तारवपोलकोदेखकरसिर्फआसरहतीहैकिआजनहींतोकलबिजलीजलेगीदेखते-देखतेआठवर्षबीतगएमगरगांवमेंआजभीढिबरीकाहीइस्तेमालकरनेकोग्रामीणमजबूरहै।बिजलीनहींरहनेसेबच्चोंकीपढा़ईभीबाधितहोरहीहै।बिजलीनहींहोनेकेकारणमोबाइलचार्जकरनेकेलिएचैनपुरजानापड़ताहै।मोबाइलचार्जनहींहोनेसेकईदिनोंतकमोबाइलभीबंदरहताहै।पहाड़ोंकीतराईमेंबसेइसगांवमेंलगभग40उरांवजातिकेपरिवारनिवासकरतेहैं।बिजली,पानी,सड़ककेलिएजनप्रतिनिधियोंवप्रखंडकेअधिकारियोंसेकईबारगुहारलगाईगईलेकिनसिर्फआश्वासनहीमिलतारहा।
ग्रामीणबैतूललकड़ावजानटोप्पोनेबतायाकिपीनेकेपानीकेनामपरगांवमेंएकजलमीनारलगाहैजोअक्सरखराबहीरहताहै।गांवकेकईग्रामीणअबभीकुआंवचुआंकादूषितपानीपीनेकोविवशहै।गांवमेंबिजलीनहींरहनेसेजंगलीजानवरकाखतराबनारहताहैहाथीफसलोंकोबर्बादकरतेहैं।
ग्रामीणअमरदीपलकड़ानेकहाकिगांवमेंसिचाईकीकोईव्यवस्थानहींहोनेसेसिर्फबरसातकेमौसममेंहीखेतीहोपातीहैजोहमारेआयकाएकमात्रसाधनहै।वहीपालतूपशुकोभीपानीनहींमिलनेसेकाफीकठिनाईझेलनीपड़तीहै।