विष्णुशर्मा।उत्तरीपश्चिमीदिल्लीमेंशालीमारबागकेशीशमहलसेपुरानीदिल्लीकेगुरुद्वारासीसगंजसाहिबकीदूरीकरीब18किलोमीटरहै,दोनोंकेहीनामोंकेउच्चारणमिलते-जुलतेहैं,दोनोंकाहीगहराकनेक्शनऔरंगजेबसेहै।पहलीवहजगहजहां1658मेंऔरंगजेबनेखुदकाराजतिलककियाथा,दूसरीवहजगहजहां1675मेंउसकेजुल्मोंकासितमसिखोंकेनौवेंगुरुतेगबहादुरजीपरटूटाथा,‘सीस’काटनेकीवजहसे1783मेंवहांसीसगंजगुरुद्वाराबनवायागया,जोउसवक्तमुगलोंकीकोतवालीथी।दिलचस्पयेभीहैकिअंग्रेजोंनेजहांतीनोंदिल्लीदरबारलगाए,वहजगहकोरोनेशनपार्कभीशालीमारबागसेकरीबछहकिमीकीदूरीपरहीहै।

औरंगजेबनेयेरस्मतख्तनशीनीजबकीथी,तबऔरंगजेबआश्वस्तनहींथाकिवहबादशाहबनहीजाएगा,उसकेसारेभाईजिंदाथे,पिताशाहजहांऔरमुरादबख्शजेलमेंथेजबकिदाराशिकोहऔरशाहशुजाभागेहुएथेफिरभीऔरंगजेबनेलालकिलेमेंयेरस्मआयोजितकरनेसेपरहेजकियाऔरउसनेजोजगहचुनीवोथीदिल्लीशहरसेथोड़ादूरबनाशालीमारबागकाशीशमहल,बाकायदाज्योतिषियोंकीदीहुईतारीखऔरसमयपर।मुगलोंनेकईशहरोंमेंशालीमारबागबनवाएहैंलाहौर,श्रीनगरआदिमेंभीलेकिनदुनियाभरमेंशालीमारनामक्योंरखागयाइसपरकाफीचर्चाइतिहासकारोंकेबीचहुईहै।रूसीविद्वानअन्नासुवोरोवानेअपनीकिताब‘लाहौर:टोपोफिलियाआफस्पेसएंडप्लेस’मेंनिष्कर्षनिकालाहैकिशाहअलइमारत(मास्टर्सआफबिल्डिंग)काहीअपभ्रंशशालीमारहोगयाहोगा।

दिल्लीकेशालीमारबागकामूलनामऐजाबादबागथा,जोशाहजहांनेअपनीतीसरीपत्नीऐजुन्निशाउर्फसरहिंदीबेगमकेलिएबनवायाथा।मुमताजमहलकीतरहउनकोभीएकउपाधि‘अकबराबादीमहल’कीमिलीथी।अकबराबादआगराकोकहाजाताथाऔरवोआगरामेंपैदाहुईथीं।सबसेबड़ीबातवोबैरमखांकेबेटेरहीमखानखानाकीनातिनथीं।1653मेंशाहजहांनेउनकेलिएठीकवैसाशालीमारबागबनवाया,जैसेनूरजहांकेलिएजहांगीरनेकश्मीरमेबनवायाथा,उसीकेअंदरचमकदारशीशेजड़ितइमारत‘शीशमहल’बनवाई।औरंगजेबनेभीइसीजगहकोअपनीताजपोशीकेलिएचुना,तारीखथी31जुलाईथी,हालांकिकुछलोग21जुलाईभीलिखतेहैं।

उसकेबादजून1959मेंजबदाराशिकोहकोमलिकजीवननेधोखादेकरगिरफ्तारकरवादिया,तबऔरंगजेबनेदूसरीबारताजपोशीकी,तारीखथी15जूनऔरजगहथीलालकिलेका‘दीवानएखासोआम’उसदिनशाहजहांकेमयूरसिंहासनपरबैठाथाऔरंगजेबलेकिनदिल्लीकादिलतोदाराशिकोहपरआगयाथा।दाराऔरउसकेबेटेकोहाथीपरबैठाकरजोहालऔरंगजेबनेकिया,वोपूरीदिल्लीनेदेखा,औरंगजेबकेसामनेतोवोकुछनहींकरपाए,लेकिनगुस्साउतरादोदिनबाददिल्लीआएमलिकजीवनपर।फ्रांसीसीयात्रीफ्रेंकोइसबíनयरनेअपनीकिताब‘ट्रैवल्सइनदमुगलएम्पायर’(1656-1668)मेंलिखाहैकिमलिकजीवनकेकाफिलेपरलोगोंनेछतोंसेकूड़ा,पत्थरफेंककरअपनागुस्साउतारा।1673मेंगुरुतेगबहादुरकेएकसमर्थकनेतोबिनाखौफखाएईदसमारोहकेबादऔरंगजेबकीहीपालकीपरएकलाठीफेंकदीथी,जोपालकीकेकौनेपरलगकरऔरंगजेबकेघुटनोंपरगिरीथी।

शालीमारबागसेयूंनादिरशाहकानामभीजुड़ाहै,1739मेंजबउसनेदिल्लीपरहमलाकियातोउसकाडेराशालीमारबागमेंहीलगाथा।शालीमारबागसेहीतीसराबड़ानामजुड़ाहै,सरडेविडआक्टरलोनीका,दूसरेअंग्रेज-मराठायुद्धमेंडेविडकीभूमिकासेअधिकारीबहुतखुशथे।अगलेहीसाल1804मेंफिरयशवंतरावहोल्करनेहमलाकिया,लेकिनकामयाबनहींहोनेदियाडेविडने।1818मेंबनावहदिल्लीकापहलेब्रिटिशरेजीडेंट,शालीमारबागकोडेविडनेअपना‘समररेजीडेंस’बनायाथा।उसकाइतनाजलवाथाकिअपनी13भारतीयपत्नियोंकोरोजउनकेहीहाथियोंपरलालकिलेकीदीवारोंसेलगेरास्तेपरसैरकोलेजाताथा।बादमेंजबचाल्र्समेटकाफभारतकेकार्यवाहकगर्वनरजनरलबनेतोउनकोभीयेबागइतनापसंदआगयाकिवोअक्सरअपनीपत्नीकेसाथयहांरहतेथेऔरउनकेआवासकोमेटकाफसाहबकीकोठीकहाजानेलगाथा।1857केस्वतंत्रतासंग्राममेंशालीमारबागमेंभीअंग्रेजीसिपाहियोंवभारतीयविद्रोहियोंकेबीचयहांबड़ीलड़ाईहुईथी।

शीशमहल:औरंगजेबकीताजपोशीसेलेकरतैमूरकीमहफिलोंऔर1857कीलड़ाईकागवाह।जागरण

By Elliott