गोंडा:गोनार्दकीमाटीमेंसाहित्यकेअंकुरअबबड़ेहोनेलगेहैं।उप्रहिदीसंस्थाननेजिलेकेतीनलेखक/रचनाकारोंकोपुरस्कारकेलिएचयनितकियाहै।अवधीमेंरामकथापरआधारितलोकभजनकीपुस्तकचरनवांकैधूरलिखनेपरशिवपूजनशुक्लकोमलिकमुहम्मदजायसीपुरस्कारमिलेगा।जबकि,साहित्यकेक्षेत्रमेंउत्कृष्टकार्यकेलिएशिवकांतमिश्रविद्रोहीवसतीशआर्यकोसाहित्यभूषणसम्मानमिलेगा।

गुमहोतीपरंरपराओंकीदिलाईयाद

-तरबगंजकेजमथागांवनिवासीअवधीभाषाकेकविवलेखकशिवपूजननेअपनीपुस्तककेमाध्यमसेगुमहोतीपरंपराओंकीयाददिलाईहै।चरनवांकैधूरपुस्तकमेंभगवानश्रीरामकेजीवनसेजुड़ेसभीसंस्कारोंकेबारेमेंलोकभजनकेबारेमेंबतायागयाहै।भगवानकेचरणकीमिट्टीकामहत्व,अहिल्याकेउद्धारवकेवटकेपांवपखारनेकेप्रसंगकापताचलताहै।यहपुस्तकमलिकमुहम्मदजायसीपुरस्कारकेलिएचयनितहुईहै।इसकेतहतलेखकको75हजाररुपयेपुरस्कारराशिवप्रशंसापत्रमिलेगा।

छात्रजीवनसेकररहेकाव्यरचना

-खरगूपुरकस्बेकेनिवासीशिवाकांतमिश्रविद्रोहीछात्रजीवनसेहीकाव्यरचनाकररहेहैं।वहमंचपरओज,राष्ट्रीयपत्र-पत्रिकाओंमेंनवगीतकारकेसाथआकाशवाणीपरछंदकाररूपमेंलोकप्रियहैं।स्वास्थ्यविभागमेंराजपत्रितपदसेसेवानिवृत्तविद्रोहीकीअबतककिसलयकलश,सुगंधकेहस्ताक्षर,वीरभद्रओजखंडकाव्य,नवगीतसंग्रहरोटीहैतोदालनहींप्रकाशितहोचुकीहै।साहित्यभूषणसम्मानकेलिएचयनितहोनेपरउपनिदेशकसूचनादेवीपाटनमंडलडा.राजेंद्रयादवनेकविकोसम्मानितकिया।कड़ीमेहनतसेतयकियासफर

-मनकापुरकेभिटौरागांवनिवासीडा.सतीशआर्यसाहित्यकीपूंजीकोसंजोएहुएहैं।वहगरीबपरिवारमेंपैदाहुएऔरपले-पढ़े।पढ़ाईकेबादउन्होंनेशिक्षकसेलेकरसाहित्यकारबननेकासफरकड़ीमेहनतकेदमपरतयकिया।इनकीरचनाएंसमाजकोआइनादिखानेमेंकाफीमददगारसाबितहुईहैं।अपनीरचनाओंकेजरिएदेशहीनहीं,बल्किविदेशमेंभीसम्मानपाचुकेहैं।डा.सतीशआर्यकोइसबारसाहित्यभूषणसम्मानकेलिएचुनागयाहै।उन्हेंढाईलाखरुपयेकीपुरस्कारराशिकेसाथहीप्रशंसापत्रमिलेगा।

By Ellis