पिथौरागढ़,जेएनएन:शीतकालीनवर्षाहोतेहीकाश्तकारोंकेचेहरेखिलचुकेहैं।समयसेबारिशहोनेसेसूखनेकेकगारपरपहुंचीरबीकीफसलकोजीवनदानमिलनेकेआसारहैं।वहींतहसीलबंगापानीऔरमुनस्यारीमेंआपदाकेदौरानमकानगंवाकरटिनशेडोंमेंदिनव्यतीतकररहेआपदापीड़ितोंकेदर्दबढ़चुकेहैं।कड़कतीठंडमेंआपदापीड़ितोंकोआनेवालेदिनोंमेंअधिकदुश्वारियांझेलनेकेआसारहैं।
मानसूनकालसमाप्तहुएचारमाहबीतचुकेहैं।आपदाकेदौरानआशियानागंवाचुकेआपदापीड़ितोंकेलिएअबआसमानकेबरसनेतथाकुछक्षेत्रोंबर्फगिरनेसेपरेशानीबढ़नेवालीहै।कुछपरिवारअभीभीटिनशेडमेंहैं।आपदाप्रभावितक्षेत्रठंडाइलाकाहै।जहांपररातकातापमानमाइनसतीनडिग्रीपहुंचरहाहै।सुबहसारापानीजमचुकाहोताहै।अभीतकतोदिनमेंधूपखिलनेसेधूपसेंकनेकोमिलतीथीअबकुछदिनोंतकधूपकेदर्शननहींहोंगे।मुनस्यारीसहितआसपासकेक्षेत्रबर्फसेआच्छादितहोतेहीआपदापीड़ितोंकेलिएआनेवालेकुछदिनबेहददुखदाईसाबितहोनेवालेहैं।
आपदापीड़ितबतातेहैंकियुवातोजैसेतैसेटिनशेडोंमेंरहजातेहैं,परंतुबुजुर्ग,वृद्ध,बच्चोंकीदशादयनीयबनीहै।एकतोकोरोनाकालकेचलतेठंडसेबचावकीचुनौतीहैदूसरीतरफटिनशेडकीछतरातकोकमरोंकोअधिकठंडकररहीहै।आपदापीड़ितोंकाकहनाहैकिप्रकृतितोअपनेसमयसेअपनारंगदिखाएगी,परंतुव्यवस्थाउनकेलिएआंखमूंदचुकीहै।विस्थापनकेलिएअभीतकभूमिकाचयनतकनहींकियागयाहै।
समाजसेवीहीराचिरालकाकहनाहैकिसीमांतकेआपदापीड़ितोंकोप्रतिवर्षमानसूनकालऔरशीतकालसतारहाहै।उन्होंनेकहाहैकिशीतकालसेबचावकेलिएपक्कीछतआवश्यकहै।सरकारमकानगंवाचुकेलोगोंकोमुआवजातोदेतीहै,परंतुछतबनानेकेलिएभूमिचयनकीप्रक्रियाबेहदसुस्तगतिसेहोतीहै।