करनाल,[पवनशर्मा]।दूधकादूधऔरपानीकापानी।यहकहावतकोआपनेखूबसुनीहोगी,लेकिनगुरुग्रामकेयुवाबब्बरसिंहनेइसेस्टार्टअपकाजरियाहीबनालिया।दूधकीशुद्धतामापनेकेउनकेविचारकोभारतीयप्रौद्योगिकीसंस्थान(आइआइटी)कानपुरनेभीसराहाऔर25लाखरुपयेकीशुरुआतीमददभीकी।अबइनकीकंपनीकाटर्नओवरपांचकरोड़रुपयेतकपहुंचगयाहै।येतोतबहै,जबअभीकंपनियांइनकादूधमापकउपकरणखरीदरहीहैं।जबदुकानोंऔरआमपशुपालकोंतकयहपहुंचेगातोकंपनीकाटर्नओवरकईगुनाबढ़जाएगा।साथही,हजारोंलोगोंकोरोजगारभीमिलेगा।
राष्ट्रीयडेयरीअनुसंधानसंस्थान(एनडीआरआइ)केपूर्वछात्रबब्बरसिंहने2017मेंपढ़ाईपूरीकरनेकेबादअपनेहीसंस्थानसेदूधमेंमिलावटकापतालगानेवालीतकनीकखरीदी।भारतसरकारकेस्टार्टअपकार्यक्रममेंपंजीकरणकरालिया।आइआइटी,कानपुरसेमददमिलनेकेबादऔद्योगिकक्षेत्रमेंउन्होंनेदुग्धपरीक्षणकिटबनानेकीइकाईस्थापितकी।बब्बरकाउत्साहदेखउनकेसाथपढऩेवालेअन्यसाथीभीजुड़गए।जल्द15उत्साहीयुवाओंकीटीमतैयारहोगई।अब22राज्योंमेंकारोबारकररहेहैं।उनकीविशेषकिटकोदूधकेव्यवसायसेजुड़ीअमूल,आइटीसी,वीटा,सरस,नेस्ले,पारस,हैरिटेजफूड्सवप्रभातडेरीसरीखीकंपनियांप्रयोगकररहीहैं।जल्दहीकंपनीरिटेलसेक्टरमेंउतरकरआमग्राहकोंतकभीउपकरणकोपहुंचानेकीतैयारीकररहीहै।
डेलस्ट्रिप,जिससेदूधमेंमिलावटकापताचलताहै।
एनडीआरआइमेंडेयरीकेमेस्ट्रीमेंप्रधानविज्ञानीडा.राजनशर्माकाकहनाहैकियहांकेपूर्वछात्रनकेवलसंस्थानमेंविकसिततकनीककाजनहितमेंउपयोगकररहेहैं,बल्किअपनेस्टार्टअपकेबूतेआत्मनिर्भरताकीमिसालपेशकरनेमेंभीअग्रणीहैं।इसतरहकेस्टार्टअपऔरबढऩेचाहिए।संस्थानऐसेप्रयासकररहाहै।
इसतरहआयाविचार
बब्बरसिंहबतातेहैं,एनडीआरआइसेडेयरीकेमेस्ट्रीमेंस्नातककरतेहुएउन्होंनेसंस्थानमेंहीदूधमेंमिलावटकापतालगानेवालीतकनीकदेखी।मिलावटीदूधकीवजहसेवहएक-दोबारबीमारभीहुएथे।इसकारणविचारआयाकियहबड़ेपैमानेपरलोगोंसेजुड़ीसमस्याहै।मिलावटपतालगानेकेतरीकेहैैं,लेकिनवहसहजसुलभनहींहैैं।संस्थानमेंजोनईतकनीकसफलहोतीहै,उसेछात्रोंकोसौंपाजाताहै।उन्होंनेइसेअपनानेकीठानी।नौकरीकाविकल्पछोड़कर,स्वरोजगारकीराहअपनाई।संस्थानमेंविकसितदुग्धपरीक्षणकीतकनीकखरीदकरडेलमोसरिसर्चकंपनीकीनींवरखी।सहयोगीमनोजकुमारमौर्यकेसाथकरनालकेसेक्टरतीनस्थितऔद्योगिकक्षेत्रमेंजमीनलेकरप्लांटस्थापितकिया।यहांदुग्धपरीक्षणस्ट्रिपतैयारकीं,जिन्हेंबादमेंविशेषकिटकारूपदियागया।
आइआइटीकानपुरनेविलग्रोइनोवेशनफाउंडेशनकेसाथमिलकरआइपिचनामकएकअभियानशुरूकियाथा।देशभरसेसामाजिकक्षेत्रमेंसक्रियदसस्टार्टअपकोचुनागया।इन्हींमेंबब्बरकीकंपनीकाचयनहुआऔरपुरस्कारकेरूपमेंआइआइटीकानपुरनेउन्हें25लाखरुपयेकाकोषप्रदानकिया।खाद्यपरीक्षणश्रेणीमेंफूडसेफ्टीएंडस्टैंडड्र्सअथारिटीआफइंडियाकीओरसेभीउनकीकंपनीकोस्टार्टअपअवार्डभीमिलाहै।
इसतरहमिलावटकापताचलताहै
बब्बरकीकंपनीमेंबनाईगईस्ट्रिपकीमददसेदूधमेंन्यूट्रलाइजर,हाइड्रोजनप्रोक्साइड,ग्लूकोज,सुक्रोज,यूरिया,मेल्टोडेक्सट्रिन,नमक,स्टार्च,एंटीबायोटिक,मेलामाइन,एफेलेक्टोक्सीनसहितअन्यप्रकारकेरासायनिकतथामानवस्वास्थ्यकेलिएहानिकारकतत्वोंकेबारेमेंबेहदआसानीसेपतालगायाजासकताहै।स्ट्रिपकीलागतकरीबपांचसेछहरुपयेतकआतीहै,जिनसेदसप्रकारकीजांचसंभवहै।दूधमेंस्ट्रिपडालतेहीअलग-अलगपट्टियोंपरअंकितरंगोंसेमिलानकरतेहीपताचलजाताहैकिदूधमिलावटीहैयानहीं।इसपरीक्षणकेलिएनकोईकेमिकलचाहिए,नबिजलीयाकोईविशेषप्रशिक्षणअथवाउपकरण।बब्बरसिंहकेमुताबिक,इससेपहलेकीतकनीकमेंकमसेकमपांचलाखकीमशीनलेनीपड़तीथी।मिलावटकापताचलनेमेंभी24घंटेलगजातेथे।उनकीतकनीकमेंसाथकेसाथहीसबपताचलजाताहै।स्ट्रिपकोजेबमेंरखकरकहींभीजासकतेहैं,गांवमेंजांचकरसकतेहैं।जबकिपहलेदूधकासैैंपलमशीनतकलानापड़ताथा।
देशकेपशुपालकोंतकपहुंचेंगे
बब्बरनेजागरणकोबतायाकिअभीऔद्योगिकइकाइयोंकोयेकिटमुहैयाकरारहेहैं।येइकाइयांदेशमेंउत्पादितहोनेवालेदूधमेंकरीब20प्रतिशतहिस्सेदारीरखतीहैं।शेषलगभग80प्रतिशतमेंआमपशुपालक,किसानवग्रामीणआतेहैं।उनकालक्ष्यहैकिउत्पादनकीलागतकमकरनेकेसाथक्षमतामेंवृद्धिकरेकेअबरिटेलसेक्टरमेंउतराजाए।आमलोगइसतकनीकसेसीधेलाभान्वितहोसकेंगे।इससेघरबैठेदूधकापरीक्षणसंभवहोसकेगा।भविष्यमेंपानीसेलेकरघीऔरअन्यउत्पादोंकीजांचकेलिएभीऐसीकिटविकसितकरनेकीयोजनाहै।