चारुतोषजायसवाल,कानपुरदेहात
मैंकानपुरदेहातकाबेहमईगांवहूं।14फरवरी1981कादिनमुझेवोजख्मदेगया,जोअबतकभरनहींसकाहै।इसीदिनफूलनगैंगनेमेरे20लालगोलियोंसेछलनीकरदिएथे।संघर्षकरते40सालबीतगए,लेकिनअभीतकमुझेइंसाफकीदरकारहै।
माघमाहमेंशनिवारकेदिन14फरवरीकोहीदोपहरकेवक्तजबबच्चेखेलकूदमेंव्यस्तथे,तभीखाकीवर्दीपहनेडकैतोंकाहुजूमफूलनकेसाथबेहमईमेंघुसाथा।डकैतश्रीरामवलालारामकेनहींमिलनेपर26लोगोंकोएकलाइनमेंखड़ाकरकेगोलीमारीथी,जिनमें20कीमौतहोगईथी।इसनरसंहारमेंमहजचारदिनपहलेब्याहकरआई16सालकीमुन्नीकेपतिलालसिंहभीमारेगएथे।संतोषी,विद्यावतीसमेतकईविधवाएंयेदु:खभूलनहींपाईहैं।मामलेमेंतारीखपरतारीखमिलतेहुए31सालबादपहलीगवाहीवर्ष2012मेंहुईथी।वादीराजारामभीदिसंबर2020मेंदुनियासेचलेगए।उनकेभाईशिशुपाल,बेटेबादामसिंहवरामकेशसमेतदूसरेग्रामीणकहतेहैंकिसंघर्षजारीरखेंगेलेकिनपतानहींकबइंसाफमिलेगा।बचेडकैतोंकोउनकेकिएकीसजाकबमिलेगी।
समयकेसाथबदलगयागांव
सिकंदराकस्बेसेकरीब22किलोमीटरदूरबेहमईतकवर्ष2018-19मेंपक्कीऔरचौड़ीसड़कबनचुकीहै।10सालपहलेतकयहांकच्चारास्ताथा।घटनाकेवक्तवाहनतकनहींचलतेथे।पैदलहीआवाजाहीहोतीथी।दोसालपहलेविद्युतीकरणभीहोचुकाहै।जबनरसंहारहुआथा,तबगांवकेअधिकांशघरकच्चेवझोपड़ीवालेथे।अब950कीआबादीवालेगांवमेंकरीब300मकानहैं।गांवमें23सालपहलेप्राथमिकस्कूलखुलाथा।वहीं,गांवमेंकरीब15लोगविभिन्नसरकारीनौकरियोंमेंहैं।इसमेंतीनलोगशिक्षकहैं,जबकिबाकीपुलिसवसेनामेंहैं।
तीनडकैतअभीजिंदा,एकजेलमें
डकैतोंमेंपोसावर्तमानमेंजेलमेंबंदहै,जबकिभीखावश्यामबाबूजमानतपरहैं।जिलाशासकीयअधिवक्ताराजूपोरवालकहतेहैंकिमूलकेसडायरीनहींमिलनेसेफैसलालंबितहै।एसपीकानपुरदेहातकोकोर्टनेनिर्देशदियाथाकिइसेखोजकरपेशकरें,लेकिनअभीतककुछपतानहींचलसकाहै।