संवादसूत्र,सुंडला:क्षेत्रमेंबंदरोंकीसमस्यानेलोगोंकाजीनादुभरकरदियाहै।पशुओंकेकारणकईदफासुंडलाबाजारमेंजामलगजाताहै।कईबारपशुदुकानोंकेबाहररखीखाद्यवस्तुओंऔरसब्जियोंकोखालेतेहैं।इससेदुकानदारोंकोनुकसानझेलनापड़रहाहै।स्थानीयलोगोंकाकहनाहैकिक्षेत्रमेंपशुओंऔरबंदरोंकीसंख्यामेंबढ़ोतरीदर्जकीजारहीहै।कईबारइससमस्याकेसमाधानकोलेकरग्रामीणप्रशासनसेगुहारलगाचुकेहैं।मगरप्रशासनऔरपंचायतसमस्याकोगंभीरतासेनहींलेरहेहैं।स्थानीयलोगोंमेंघनश्यामशर्मा,नरेशकुमार,अमितकुमारवकमलेशकुमारकाकहनाहैकिबंदरउनकेघरोंमेंघुसनुकसानकररहेहैं।घरमेंरखीखाद्यवस्तुओंकोबंदरउठालेजातेहैं।बेसहारापशुओंकेकारणबाजारमेंरोजानालोगोंकोदिक्कतेंझेलनीपड़रहीहैं।लोगोंनेप्रशासनसेसमस्याकेजल्दसमाधानकीमांगकीहै।

By Duncan