पटनाबिहारकेछात्रोंकादेशकीअलग-अलगयूनिवर्सिटीमेंडंकाबजनेकासिलसिलाअबविदेशोंतकपहुंचगयाहै।इसवक्तप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीअमेरिकाकेदौरेपरहैंऔरइसीबीचवहांबिहारकेसाधारणपरिवारसेआनेवालेएकछात्रनेअपनानामकियाहै।अमेरिकाकेहार्वर्डयूनिर्वसिटीमेंबिहारकेछात्रशरदसागरकोहार्वर्डग्रेजुएटस्कूलऑफएजुकेशनकाछात्रसंघअध्यक्षचुनागयाहै।शरदसागरकेपक्षमें50देशोंके1,200सेज्यादास्टूडेंट्सनेवोटकियाहै।बिहारकेलालनेहार्वर्डयूनिवर्सिटीछात्रसंघचुनावमें9प्रत्याशियोंकाहरायाहै।शरदविवेकसागरनेहार्वर्डकेछात्रोंकाजतायाआभारशरदविवेकसागरनेअपनेफेसबुकपेजपरलिखाहै,'50+देशोंसे1200+छात्र,9असाधारणउम्मीदवार,1चुनाव,आजमैंहार्वर्डग्रेजुएटस्कूलऑफएजुकेशनमेंछात्रसंघकेअगलेअध्यक्षचुनेजानेपरबहुतहीप्रसन्नहूं।हार्वर्डसेबेहददूरजन्मलेनेवालेमेरेजैसेछात्रकेलिएयहअसंभवजैसाहै,लेकिनहार्वर्डकेछात्रोंकीओरसेयहजिम्मेदारीदिएजानेपरआभारीहूं।अध्यक्षकेरूपमेंमैंहार्वर्डमेंएकऐसेनेतृत्वकीनींवरखनाचाहताहूंजोछात्रोंकेजीवनमेंवास्तविकबदलावलापाए।'मई2022तकछात्रसंघअध्यक्षरहेंगेशरदसागरहार्वर्डयूनिवर्सिटीकीओरसेजारीचुनावपरिणाममेंशरदसागरकानामआनेसेबिहारकेलोगगौरवांवितमहसूसकररहेहैं।हार्वर्डकेछात्रोंकेलिएमतदान14सितंबरकोशुरूहुईजो19सितंबरकोसमाप्तहुई।बिहारकेलालशरदसागरमई2022यानीहार्वर्डमेंअपनेदीक्षांतसमारोहतकइसपदपरबनेरहेंगे।शरदसागरनेहार्वर्डमेंसबसेज्यादास्कॉलरशिपप्राप्तकियाहैऔरवहप्रतिष्ठितकेसीमहिंद्रास्कॉलरभीहैं।केबीसीमेंभीएक्सपर्टगेस्टबनचुकेहैंशरदसागरशरदविवेकसागरप्रसिद्धटीवीशोकौनबनेगाकरोड़पति(KBC)मेंगेस्टएक्सपर्टभीबनचुकेहैं।उन्होंनेशोमेंअमिताभबच्चनकेसाथवर्चुअलतरीकेसेहुईमुलाकातकीतस्वीरेंभीसोशलप्लेटफॉर्मपरपोस्टकीहै।USमेंभारतकेआइकनहैंशरदसागरअमेरिकामेंशरदविवेकसागरकिसीआइकनसेकमनहींहैं।2016मेंतत्कालीनअमेरिकीराष्ट्रपतिबराकओबामानेउन्हेंएकमात्रभारतीयकेरूपमेंव्हाइटहाउसमेंहोनेवालीएकविशेषसभाकेलिएआमंत्रितकियाथा।शरदसागरअमेरिकामेंअलग-अलगसेमिनारोंमेंभारतकाप्रतिनिधित्वभीकरचुकेहैं।कुछलोगउन्हेंआजकेविवेकानंदकहकरभीसंबोधितकरतेहैं।नोबेलशांतिकेंद्रकेसमारोहमेंभीआमंत्रितहोचुकेहैंसागरसाल2016मेंनोबेलशांतिकेंद्रनेशरदविवेकसागरकोनॉर्वेमेंहोनेवालेनोबेलशांतिपुरस्कारसमारोहमेंविशेषअतिथिकेरूपमेंआमंत्रितकियाथा।इसकेअलावासागरभारतीयसंस्कृतिपरभीविदेशोंमेंअपनेविचाररखतेरहेहैं।वहपश्चिमीलोगोंकेसामनेभारतीयसभ्यताऔरसंस्कृतिकेदर्शनकोबेहदअच्छेतरीकेसेप्रस्तुतकरतेहैं।मृदुलस्वभावकेहैंशरदसागरबिहारकेएकसामान्यपरिवारसेआनेवालेशरदविवेकसागरबेहदमृदुलस्वभावकेहैं।बिहारकेपूर्वडेप्युटीसीएमसुशीलकुमारमोदीनेइन्हेंखासतौरसेमिलनेकेलिएअपनेपासबुलायाथा।शुरुआतीशिक्षागांवमेंहासिलकी,लेकिन10वींकेबादउन्होंनेशहरजाकरपढ़ाईकी।16सालकीआयुमेंसागरनेराष्ट्रीयसंगठनडेक्सटेरिटीग्लोबलकीस्थापनाकी।फोर्ब्सकीलिस्टमेंरहचुकेहैंशरदसागरशरदविवेकसागरअंतरराष्ट्रीयख्यातिप्राप्तशख्सहैं।उन्हेंसम्मानितउद्यमीऔरयुवाआइकनकहाजाताहै।24सालकीआयुमेंउन्हेंफोर्ब्सने30सालतककीआयुके30सबसेप्रभावशालीउद्यमियोंकीसूचीमेंशामिलकिया।भारतीयदर्शनमेंशरदसागरकीगहरीआस्थाआमतौरपरविदेशजानेपरभारतीयोंपरपश्चिमीसभ्यताकारंगआजाताहै,लेकिनशरदविवेकसागरकेसाथऐसानहींहै।शरदअमेरिकामेंरहकरभीभारतीयदर्शनमेंगहरीरूचिरखतेहैं।वहधर्मगुरुओंकेसंपर्कमेंभीरहतेहैं।वहपश्चिमकेलोगोंकेबीचभारतीयदर्शनकासलीकेकेसाथप्रस्तुतकरतेहैं।हिंदीमेंसोशलपोस्टलिखतेहैंशरदसागरशरदविवेकसागरकोअपनेदेशवासियोंसेलगावकीझलकसाफतौरसेलिखतीहै।वहअपनीबातभारतकेज्यादासेज्यादालोगोंतकपहुंचानेकेलिएसोशलमीडियाप्लेटफॉर्मफेसबुकपरहिंदीमेंज्यादातरपोस्टलिखतेहैं।वहचाहतेहैंकिउनकीबातेंभारतकेज्यादासेज्यादालोगोंतकपहुंचे।