अमितसैनी,रेवाड़ीकोरोनाकोलेकरहरतरफघबराहटकामाहौलहै।लोगएक-दूसरेसेमिलनेसेभीकतरानेलगेहैं।तमामविपरितहालातोंमेंएकशख्सहै,जोपिछलेडेढ़महीनेसेलगातारकोरोनाकोकंट्रोलकरनेकेकाममेंजुटाहै।यहशख्सहैकोरोनाकेजिलानोडलअधिकारीडॉ.विजयप्रकाश।हरस्थितिपरनिगाहरखरहेडॉ.विजयप्रकाशकीमेहनतनजरभीआरहीहै।100लोगतोदिनभरफोनकरकेपूछतेहैंकैसेबचेंकोरोनाकीदस्तकजबचीनसेशुरूहुईतोयहांभीउससेबचावकेइंतजामशुरूकरदिएगएथे।नागरिकअस्पतालकेडिप्टीसिविलसर्जनडॉ.विजयप्रकाशकोकोरोनाकेनोडलअधिकारीकाकार्यभारसौंपागया।जिसविश्वासकेसाथउनकोयहजिम्मासौंपाउसपरवेअभीतकपूरीतरहखरेभीउतरेहैं।पिछलेडेढ़माहमेंउन्होंनेएकदिनकीभीछुट्टीनहींलीहै।दिन-रातबसकोरोनासेबचावकेकामपरहीजुटेहुएहैं।रोजानासुबह5बजेसेहीउनकेफोनघनघनानेलगतेहैंजिसकासिलसिलादेरराततकजारीरहताहै।हररोजकमसेकम100लोगतोउनकेपासफोनकरकेकोरोनासेबचाववइसकेलक्ष्णोंकीहीजानकारीलेतेहैं।इसकेअतिरिक्तजिलाप्रशासनसेलेकरउच्चाधिकारियोंकोरिपोर्टसौंपनेकाजिम्माभीउनकेहीपासहै।हररोज350सेअधिककॉलवेसुनरहेहैं।वहींरोजानाचारसेपांचमीटिगलेनाभीअबउनकेशैड्यूलमेंहैं।बीमारीमेंभीनहींलीछुट्टीकोरोनासेबचावकेलिएहरस्तरपरजिम्माउनकेपासहीहै।जिलामें39मरीजोंकोनिगरानीमेंरखागयाहैजिसकीजिम्मेदारीवेलगातारनिभारहेहैं।आइसोलेशनमेंरखेगएइनमरीजोंसेलगातारसंपर्कसाधनावउनकाहालचालजाननेकाजिम्माभीउनकेहीपासहै।जज्बेकेसाथअपनीजिम्मेदारीनिभारहेडॉ.विजयप्रकाशलगातारभागदौड़केचलतेखुदभीतीनचारदिनसेअस्वस्थमहसूसकररहेहैंलेकिनबीमारीकेबावजूदवेछुट्टीनहींलेरहे।इतनाहीनहींमास्कवसैनिटाइजरकीकालाबाजारीनहोइसकोलेकरभीवेलगातारछापेमारीकररहेहैंतथाएकमेडिकलस्टोरकोसीलभीकरचुकेहैं।डॉ.विजयप्रकाशकाकहनाहैकिमेडिकलइतिहासमेंयेदिनसबसेचुनौतीपूर्णहै।जिलाकानोडलअधिकारीहोनेकेनातेउनकाप्रयासयहीहैकिआमजनताकोकोरोनासेबचानेकेलिएजोजिम्मेदारीउन्हेंमिलीहैपूरीईमानदारीकेसाथवहउसकानिर्वहनकरेंताकिइसशहर,प्रदेशऔरपूरेदेशकोइसगंभीरबीमारीसेबचायाजासके।