नयीदिल्ली,14अप्रैल(भाषा)दिल्लीबालअधिकारएवंसुरक्षाआयोग(डीसीपीसीआर)केपासपिछलेछहदिनोंमेंकरीब19,000फोनकॉलआईंजिनमेंसेज्यादातारराशनऔरदवाईकीखरीदकेसंबंधमेंहै।बालअधिकारोंकीरक्षाकरनेवालीइकाईनेयेआंकड़ेजारीकिएहैं।इसकेअलावा,वित्तीयचिंताओंऔरभविष्यकेप्रतिअनिश्चितताकोलेकरभीडीसीपीसीआरकीहेल्पलाइनपरफोनआए।डीसीपीसीआरनेबंदकेदौरानबच्चोंऔरमाता-पिताकोहोनेवालीमानसिकपरेशानीदूरकरनेमेंमददकेलिएपिछलेसप्ताह011-41182977हेल्पलाइननंबरजारीकियाथा।इसकीशुरुआतहोनेकेएकसप्ताहकेभीतरसोमवारकीशामतकडीसीपीसीआरकेपास18,900फोनकॉलआए।सिर्फसोमवारकोहीहेल्पलाइनपर7,900फोनकॉलआईं।इतनीज्यादासंख्यामेंआरहींफोनकॉलकोदेखतेहुए,डीसीपीसीआरकीयोजनाइसहेल्पलाइनकोमजबूतकरनेकेलिएऔरअधिकपरामर्शदाताओं(काउंसेलर)कोइससेजोड़नेकीहै।दिल्लीकेमहिलाएवंबालविकासमंत्रीराजेंद्रपालगौतमनेपीटीआई-भाषाकोबताया,‘‘हमारीयोजनाइसमेंऔरविशेषज्ञोंकोजोड़नेकीहै।लोगोंकोउनकीपरेशानियोंकेबारेमेंबातकरनेकेलिएएकमंचमिलरहाहैऔरहमसमाधानदेरहेहैं।लोगोंकोइससेलाभमिलाहै।’’डीसीपीसीआरकेआंकड़ेकेअनुसार,32फीसदीफोनकॉलराशनऔरदवाईयांखरीदनेकेसंबंधमेंमिलेहैं।वहीं25फीसदीफोनकॉलवित्तीयचिंताओंऔरभविष्यकीअनिश्चितताओंकोलेकरथीं।डीसीपीसीआरकेसदस्यअनुरागकुंडुनेकहाकिलोगअपनीनौकरियोंकेबारेमेंचिंतितहोनेकेसाथहीअपनेवेतनऔरनईनौकरियांमिलनेकोलेकरभीअनिश्चितहैं।वहीं18फीसदीफोनकॉलबच्चोंकीचिंताओंसेजुड़ीहैं।वेअपनीपढ़ाईकोलेकरचिंतितहैं।कुंडुनेकहाकिडीसीपीसीआरसेजुड़ेपरामर्शदाताअपनेघरोंसेकामकरतेहैं।हेल्पलाइनपरजैसेहीकॉलमिलतीहै,उसेपरामर्शदाताकेपासस्थानांतरितकरदियाजाताहै।