नईदिल्ली[संजीवगुप्ता]। आजभलेऑक्सीजनकीउपलब्धताकोलेकरसियासीसंग्रामछिड़ाहो,लेकिनकड़वासचयहहैकिदिल्लीमेंइसप्राणवायुकीचिंताकभीकिसीसरकारनेकीहीनहीं।ऑक्सीजनप्लांटलगानाकिसीसरकारकीप्राथमिकतामेंनहींरहा।सरकारीलापरवाहीकाइससेबड़ानमूनाऔरक्याहोसकताहैकिदिल्लीकाअपनाइकलौताऑक्सीजनप्लांटभीकरीबदोदशकपहलेयहांसेखत्मकरदियागया।स्वास्थ्यसुविधाओंमेंऑक्सीजनसबसेपहलीप्राथमिकताहै,लेकिनदेशकीराजधानीमेंसभीसरकारीऔरगैरसरकारीअस्पतालोंकोइसकीआपूर्तिकेलिएअन्यराज्योंपरनिर्भररहनापड़ताहै।यहांमूलत:हरियाणा,राजस्थानऔरउत्तरप्रदेशसेलिक्विडफार्ममेंऑक्सीजनआतीहैजिसेगैसमेंतब्दीलकरसिलेंडरोंमेंभराजाताहै।जिनअस्पतालोंमेंपाइपलाइननेटवर्कहै,वहांउनकेजरियेबेडतकइसकीआपूर्तिसुनिश्चितकीजातीहै।एकसमयकीर्तिनगरमेंइंडियनऑक्सीजनलिमिटेडनामसेएकप्लांटहोताथा,लेकिनलालफीताशाहीमेंवहभीबड़ीऔद्योगिकइकाइयोंकोदिल्लीसेबाहरकारास्तादिखानेकेक्रममेंखत्मकरदियागया।
बड़ेअस्पतालोंमेंहैंकेवलऑक्सीजनकेकेवलभंडारगृह
दिल्लीकेसभीछोटे-बड़ेअस्पतालऑक्सीजनकेलिएपूर्णतयाबाहरीराज्योंपरहीआश्रितहैं।ऐसेमेंमांगबढ़नेपरऑक्सीजनकीआपूर्तिनाकेवलबाधितहोतीहैबल्किउसकेदामभीकईगुनाबढ़जातेहैं।बड़ेअस्पतालोंमेंभीऑक्सीजनकेकेवलभंडारगृहहैंजहांउसेलिक्विडसेगैसमेंबदलाजाताहै।विडंबनायहकिपिछलेसालजबकोरोनामहामारीनेभयंकररूपलिया,तबभीतात्कालिकउपायकरकेहीइतिश्रीकरलीगई।दिल्लीकास्वास्थ्यढांचामजबूतकरनेकीदिशामेंतबभीनहींसोचागया।
खतरनाकश्रेणीमेंनहींआताऑक्सीजनप्लांट
केंद्रीयप्रदूषणनियंत्रणबोर्डकेअपरनिदेशकडॉ.एसकेत्यागीकेमुताबिकऑक्सीजनप्लांटप्रदूषणकीखतरनाकश्रेणीमेंनहींआता।इसप्लांटमेंकिसीजहरीलीगैसकेरिसावहोनेकीभीकोईआशंकानहींरहती।हालांकिअन्यगैससिलेंडरोंकीतरहविस्फोटजरूरहोसकताहै,लेकिनउसस्थितिसेबचावकेमानकतयहैं।लिहाजा,दिल्लीमेंअपनाकोईआक्सीजनप्लांटनहींहोनेकीवजहकुछऔैरहीहै।
डॉ.आरएनकालरा(प्रबंधनिदेशक,कालराअस्पताल,कीर्तिनगर)काकहनाहैकिऑक्सीजनकेबगैरकोईभीअस्पतालचलहीनहींसकता।यहजानतेहुएभीपिछलेएकवर्षमेंइसबाबतकुछनहींकियागया।आजमरीजहीनहींअस्पतालप्रबंधनभीपरेशानहै।दिल्लीमेंअपनाआक्सीजनप्लांटलगानेकीदिशामेंगंभीरतासेकामहोनाचाहिए।
डॉ.किरणवालिया(पूर्वस्वास्थ्यमंत्री,दिल्लीसरकार)काकहनाहैकिकांग्रेससरकारनेसभीअस्पतालोंमेंआक्सीजनकीआपूर्तिकेलिएपाइपलाइनकीव्यवस्थाकीथी,लेकिनआक्सीजनप्लांटलगानेकेकिसीप्रस्तावयायोजनाकीकोईजानकारीनहींहै।