अमरोहा:जनपदकेधानखरीदकेंद्रोंपरअबसन्नाटापसराहै।इक्का-दुक्काकिसानहीधानबेचनेकेलिएआरहेहैं।1752किसानोंसेएजेंसियां9,000मीट्रिकटनधानकीखरीदकरचुकीहैं।शासनसेमिलेलक्ष्यसेअधिकधानखरीदलियागयाहै।हालांकि,अभीकिसानोंकोधानकीफसलकापूराभुगताननहींमिलाहै।इसेअफसरजल्दहीकिसानोंकेखातोंमेंभिजवानेकीबातकहरहेहैं।
जिलेमेंधानखरीदकेलिएप्रशासनने25क्रयकेंद्रबनाएथे।पांचएजेंसियोंखाद्यविभाग,पीसीएफ,पीसीयू,नैफेड,एसएफसीकोधानखरीदकीजिम्मेदारीसौंपीगई।शासननेइसबार7300मीट्रिकटनधानकीखरीदकालक्ष्यसौंपाथा।चूंकिअबकीबारधानकाविदेशोंकोकोईनिर्यातनहींहुआहै।इसलिएउसकेदामोंमेंभारीगिरावटआईहै।जोधानपिछलेसाल2500सेलेकर3000रुपयेक्विटलबिकरहाथा,उसकेआजबाजारमें1300सेलेकर1600तकदामहैं।सरकारकिसानोंकोबाजाररेटसेअधिकदामदेरहीहै।
इसकेचलतेहीकिसानोंनेक्रयकेंद्रोंपरधानबेचनेमेंदिलचस्पीदिखाई।लक्ष्यकाअफसरोंनेपूराकरलियाहै।नौहजारमीट्रिकटनधानखरीदाजाचुकाहै।अबक्रयकेंद्रोंपरसन्नाटाछायाहै।शुक्रवारकोशहरमेंस्थितखाद्यविपणनअधिकारीकार्यालयस्थितक्रयकेंद्रपरसुनसानरही।गांवअव्वलपुरकेरहनेवालेकिसानसुरेंद्रकुमारनेबतायाकरीबएकमाहहोचुकाहैलेकिन,अभीतकखातेमेंधनराशिनहींआईहै।पूछनेपरअधिकारीभीसंतोषजनकजवाबनहींदेरहेहैं।जिनकिसानोंकाभुगतानअटकाहै,उसकोदिलानेकेलिएशासनमेंबातकीगईहै।जल्दहीधनराशिउनकेबैंकखातोंमेंडालीजाएगी।स्थानीयस्तरसेअबकोईधनराशिनहींदीजातीहै।
सुभाषमैथिनी,जिलाखाद्यविपणनअधिकारी।