(बंटीत्यागी)नयीदिल्ली,28मई(भाषा)क्याहमेंचप्पलेंपहनेविमानमेंबैठनेदियाजाएगा?जबविमानउड़ानभरेगा,तोकैसालगेगा?क्याहमसुरक्षितहोंगे?...इसीतरहकेतमामप्रश्नउन10प्रवासीश्रमिकोंकेदिमागमेंघूमरहेथे,जिन्हेंउनकेनियोक्ताएवंदिल्लीकेएककिसाननेउनकेगृहराज्यबिहारविमानसेभेजनेकीव्यवस्थाकीऔरवेपहलीबारविमानमेंसवारहुए।पहलीबारविमानमेंबैठनेवालेइनश्रमिकोंमेंशामिलनवीनरामनेपटनापहुंचनेकेबाद‘पीटीआईभाषा’सेकहाकिहवाईअड्डेकीऔपचारिकताओंकोदेखकरडरलगरहाथा,लेकिनउन्होंनेएकअधिकारीकीमददमांगी,जिसनेउन्हेंविमानतकपहुंचाया।नवीननेकहाकिउत्साहितऔरडरेहुएप्रवासीश्रमिकजबसीटोंपरबैठेऔरविमाननेउड़ानभरीतोकुछनेतोडरकेकारणअपनीआंखेंबंदकरलीं।बिहारकेसमस्तीपुरकेरहनेवालेयेश्रमिककोरोनावायरसकोकाबूकरनेकेलिएलागूकिएगएलॉकडाउनकेकारणदिल्लीमेंफंसगएथे।उन्होंनेकभीसपनेमेंनहींसोचाथाकिउन्हेंविमानमेंबैठनेकामौकामिलेगा,लेकिनदिल्लीमेंमशरूमकीखेतीकरनेवालेउनकेनियोक्तापप्पनसिंहनेइनश्रमिकोंकेलिएटिकटोंकाप्रबंधकिया।नवीननेकहाकिउन्हेंयहअनुभवहमेशायादरहेगा।उसनेकहाकिजबहमजूटकेथैलेलिएऔरचप्पलपहनेहवाईअड्डेपरपहुंचेतोलोगहमेंघूररहेथे।27वर्षीयनवीननेफोनपरकहा,‘‘हमनेउनकीतरहअच्छेकपड़ेनहींपहनेथे।हमेंनहींपताथाकिहमेंहवाईअड्डापहुंचनेकेबादक्याकरनाहैक्योंकिहमपहलेकभीविमानमेंनहींबैठे।हमनेवहांएकअधिकारीकीमददली।’’जबदेशमेंप्रवासीमजदूरोंकेभूख-प्याससेलड़तेहुएतमाममुश्किलोंकेबादपैदल,साइकिलों,बसोंऔरट्रेनोंसेअपनेगृहराज्योंकीओरजानेकीकहानियांसामनेआरहीहैं,तबऐसेमेंप्रवासीमजदूरोंकेइससमूहकीरोमांचकयात्राविमानकेपटनाउतरनेपरसमाप्तनहींहुई।इससमूहमेंशामिलएकअन्यप्रवासीश्रमिकजितेंद्ररामनेबतायाकिजबवेदिल्लीसेसुबहछहबजेकीउड़ानसेपटनाहवाईअड्डापहुंचेतोकईमीडियाकर्मीउनसेबातकरनेकेलिएइंतजारकररहेथे।जितेंद्रनेकहा,‘‘हमनेकभीनहींसोचाथाकिहमखबरोंमेंआएंगे।मेरेदोस्तनेमुझेफोनकियाऔरबतायाकिवहमुझेसमाचारचैनलपरदेखरहाहै।हमइसशानदारअनुभवकोहमेशायादरखेंगे।’’यहपूछेजानेपरकिक्यावेलॉकडाउनसमाप्तहोनेकेबाददिल्लीआएंगे,नवीननेकहा,‘‘निश्चितहीजबहमारेमालिक(नियोक्ता)हमेंबुलाएंगे,हमदिल्लीआएंगे।’’पप्पनसिंहने‘पीटीआईभाषा’सेकहा,‘‘मैंबहुतखुशहूंकिवेअंतत:अपनेगृहराज्यपहुंचगए।’’पप्पननेश्रमिकोंकेलिए68,000रूपयेकेटिकटबुककराएऔरउन्हेंतीन-तीनहजाररुपएदिएताकिउन्हेंघरपहुंचनेमेंकोईदिक्कतनहींहो।पप्पननेबतायाकिउसनेश्रमिकोंकोश्रमिकविशेषट्रेनसेभीघरभेजनेकीकोशिशकीथी,लेकिनऐसासंभवनहींहोपाया।उसनेकहा,‘‘मैंअपनेकर्मियोंकोहजारोंमीलपैदलजानेकीअनुमतिदेनेकाखतरानहींउठासकताथा।इससेउनकेजीवनकोखतराहोता।हमनेकईखबरेंसुनीहैंकिघरलौटरहेकईप्रवासीश्रमिकइनदिनोंसड़कहादसोंकाशिकारहोरहेहैं।’’पप्पनसिंहनेबतायाकिहवाईअड्डापहुंचानेसेलेकरहवाईजहाजमेंसवारहोनेतकहरकदमपरवहलगातारफोनकेजरिएउनकेसंपर्कमेंरहेऔरसबपूछतेरहेजैसे-सबकुछठीकठाकहै,बोर्डिंगपासहैं?सामानसबध्यानसेरखलियाना।येसभीपटनाहवाईअड्डेसेसमस्तीपुरकेलिएरवानाहोगए।

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