जागरणसंवाददाता,मेरठ। हरकिसीकीइच्छाहोतीहैकिवहहमेशायुवादिखें,लेकिनयुवादिखनेकेलिएकुछलोगतोहरतरहकीकोशिशभीकरतेहैं।तोदूसरीओरकुछलोगऐसेभीहैंजो40से50सालतकआतेआतेशरीरमेंकईबीमारियोंकोघरबनादेतेहैं।फिरइलाजकेलिएडाक्टरऔरअस्पतालकाचक्करकाटनापड़ताहै।जबकिप्राचीनयोगक्रियाओंमेंकुछऐसेअभ्यासहैं,जिन्हेंअगरनियमितकियाजाएतोलंबेसमयतकयुवादिखेंगे। योगकरनेकेबादधीरे-धीरेइसकेअनेकोंलाभदिखनेलगतेहैं।
हरउम्रमेंयुवामहसूसकीजिए
योगगुरुस्वामीकर्मवीरमहाराजकाकहनाहैकिहमेंखुदकोकभीबूढ़ानहींमाननाचाहिए।अगरआपकीउम्र80सालकीभीहैतबभीअगरकोईपूछेतोआपकाजवाबहोनाचाहिएकिमैं80सालकाबूढ़ाहूं।अगरहमखुदपरभरोसारखेंऔरकुछविशेषयोगऔरप्राणायामकरतेरहेंतोहमेशायुवाबनारहेंगे।
येप्राणायामकरें
योगविशेषज्ञकेअनुसारम़ृदुभस्त्रिका,म़ृदुअनुलोमविलोम,म़ृदुकपालभाति,खेचरीमुद्राआदिकाप्राणायामकियाजासकताहै।इसकेअलावाआसनमेंअग्निसारक्रिया,अश्वनीमुद्रा,व्रजासन,मंडूकासन,अर्द्धचंद्रासन,गोरक्षासन,ब्रह्चर्यासन,अर्द्धमत्स्स्येंद्रासन,भुजंगासन,सर्वांगासन,हलासन,मरकटासन,पवनमुक्तासन,शवासन,सेतुबंधासन,कंधरासनकाअभ्यासकियाजासकताहै।नियमितआधेसेएकघंटेअगरइनअभ्यासोंकोकियाजाएजोशरीरपरइसकाफर्कसाफदेखाजासकताहै।
इसकाभीध्यानरखें
योगगुरुकर्मवीरमहाराजकेअनुसारप्राणायामकरतेसमयइसबातकाध्यानरखनाचाहिएकिजिसस्थानपरहमयोगकररहेहैंवहस्थानशुद्धहो।प्राणायामकरतेसमयचित्तमेंप्रसन्नताकाभावहो।प्राणायामकरनेकेतुरंतबादस्नाननहींकरनाचाहिए।कुछलोगयोगध्यानप्राणायामकेबादजलपानकरनेलगतेहैं।ऐसानहींकरनाचाहिए।कमसेकम20से25मिनटकेबादहीआहारग्रहणकरनाचाहिए।