चरही:लॉकडाउनतीनजारीहै।झारखंडमेंभीधीरे-धीरेकोरोनामरीजोंकीसंख्याबढ़तीजारहीहै।राहतकीखबरहैकिहजारीबागजिलेकेसभीतीनमरीजठीकहोकरघरलौटआएहैं।पिछले41दिनोंसेलॉकडाउनकेकारणसरकारकेसाथ-साथकईसामाजिकसंगठनऔरसामाजिककार्यकर्ताबढ़-चढ़करलोगोंकेमददमेंडटेदिखरहेथे।जहांपहलेलॉकडाउनकीशुरुआतमेंराहतपहुंचानेकीविधि-व्यवस्थाकरनेमेंकुछसमयलगे।फिरलोगोंकोराहतपहुंचानेकीरफ्तारकाफीतेजरही।दूसरेलॉकडाउनतकतोगांवसेलेकरगली-मोहल्लेराहतपहुंचानेवालेटीमकातांतालगाहुआरहताथा।वोअबतीसरेलॉकडाउनकेचौथेसेपांचवेदिनआतेहींराहतकार्यशिथिलपड़गएहैं।सरकारकेदीदीकिचनमेंअबएकहीशामभोजनमिलरहाहैं।वहींसामुदायिककिचेनकेचूल्हेजलनेबंदहोरहेहैं।दूसरीतरफप्रवासीमजदूरोंकापैदलगमनसड़कोंपरजारीहै।झारखंड,छतीसगढ़सेपैदलबिहारकेविभिन्नजिलोंमेंजारहेमजदूरोंकादर्दअबबढ़ताजारहाहै।जानेवालेमजदूरकहतेहैंकिअबतोकोईरोककरपूछनेभीनहींआता।कईजगहोंपरबीचरास्तेमेंपहलेशिविरमेंखानाभीमिलतेगया।जोअबकोईरोकनेवालाभीनहींबल्किरास्ताभीबताकरआगेभेजदियाजाताहै।लॉकडाउनतीनकोटूटनेमेंअभी8दिनरहगएहैं।लोगोंकोअबसब्रभीटूटताजारहाहै।साथहीराहतपहुंचानेवालेसंस्थाओंकाभीहौसलापस्तहोगयाहै।