कानपुर,जागरणसंवाददाता।जीएसवीएममेडिकलकालेजकेएलएलआर(हैलट)केबालरोगविभागकेसिकएंडन्यूबार्नकेयरयूनिट(एसएनसीयू)मेंक्षमतासेअधिकबच्चेभर्तीरहतेहैं।यहां24बेडकेएनआइसीयूमें80बच्चेभर्तीहैं।यहांआगसेनिपटनेकेलिएसिर्फ12अग्निशमनयंत्रलगेहैं।यहांक्षमतासेचारगुनाअधिकबच्चेहोनेसेकोईहादसाहोनेपरस्थितिभयावहहोसकतीहै।

भोपालकेहमीदियाअस्पतालकेएसएनसीयूमेंशार्टसर्किटसेआगलगनेसेचारबच्चोंकीजलनेसेमौतहोगईथी।उससमयवहां40बच्चेभर्तीथे।वहांआगलगनेकेहादसेकेबादबालरोगकेएसएनसीयूहकीकतपताकरनेपरसामनेआयाकियहांक्षमतासेचारगुनाबच्चेहैं।ऊपरसेएनआइसीयूकेबाहरभी24घंटेभीड़रहतीहै।यहांफायरसेफ्टीसिस्टमभीनहींहैंऔरनहाईडेंटहैं।फिलहाल12अग्निशमनयंत्रसेकामचलायाजारहाहै।ऐसेमेंआपातस्थितिउत्पन्नहोनेपरस्थितिनियंत्रणसेबाहरहोसकतीहै।

गैलरीमेंटंगीबाल्टियोंमेंबालूनहीं,कूड़ाभरा: एसएनसीयूकेबाहरनवजातशिशुओंकीमांवउनकेरिश्तेदारोंकीभीड़रहतीहै,क्योंकिडाक्टरउन्हेंबार-बारबच्चोंकीस्थितिसेअवगतकरानेकेलिएबुलातेहैं।गैलरीमेंहीबिजलीकेतारऔरपैनललगेहैं।चारसालपहलेशार्टसर्किटसेआगलगचुकीहै।उसकेबावजूदगैलरीकेबाहरआगबुझानेकेलिएटंगीबाल्टियोंमेंबालूकीजगहकूड़ाभराहै।

निजीअस्पतालोंकेबच्चेभर्ती: बालरोगकेएसएनसीयूमें24बेडहैं।जहांस्त्रीएवंप्रसूतिरोगविभागमेंप्रसवउपरांतजटिलताहोनेपरनवजातशिशुभर्तीकिएजातेहैं।इसकेअलावानिजीअस्पतालोंएवंनर्सिंगहोमसेभीबच्चेयहांभेजेजातेहैं,जिससेक्षमतासेअधिकबच्चेरहतेहैं।इससमयमेंएनआइसीयूमें80बच्चेभर्तीहैं।उसमेंआठवेंटिलेटरऔरसातसीपैपपरहैं।

दानदाताओंकीमददसेबेडकाइंतजाम: एसएनसीयूमेंस्वीकृतबेड24हैं।दानदाताओंकीमददसे11बेडकाइंतजामकियागयाहै,जिससेबेडकीसंख्या35होगईहै।यहांहमेशाक्षमतासेचारगुनाबच्चेभर्तीरहतेहैं,क्योंकिआसपासके10-12जिलोंमेंनवजातकोजटिलताहोनेपरयहांभेजाजाताहै।

आगसेसुरक्षाकेहोनेहैंइंतजाम: एलएलआरएवंसंबद्धअस्पतालोंमेंशासनकेस्तरसेफायरसेफ्टीकाइंतजामकरायाजारहाहै।इसकाकार्यशासनसेनामितएजेंसीकरारहीहै।एलएलआरकेवार्डमेंकामचलरहाहै।उसकेबादबालरोगअस्पतालऔरएसएनसीयूमेंभीफायरसेफ्टीकेइंतजामहोनेहैं।

बोलेजिम्मेदार:आसपासके10-12जिलोंकेगंभीरमरीजयहांआतेहैं।उसहिसाबसेएसएनसीयूकीबेडक्षमताकमहै।गंभीरस्थितिमेंआनेवालेनवजातोंकीजानबचानेकेलिएभर्तीकरनामजबूरीहै।चारसालपहलेएसएनसीयूकेबाहरशार्टसर्किटसेआगलगीथी।उसकेबाद12अग्निशमनयंत्रलगवाएथे।इसमेंतीनगेटवतीनखिड़कियांहैं।बाहरकीतरफभीएकखिड़कीखुलतीहै,जिसकाआपातस्थितिमेंइस्तेमालकियाजासकताहै।प्रो.यशवंतराव,विभागाध्यक्षबालरोगजीएसवीएम