जागरणसंवाददाता,रोहतक:होलीकोलेकरशहरकेबाजारसजगएहैं।तमामदुकानोंपररंग,गुलालवपिचकारियोंकीजमकरखरीदारीकीजारहीहै।बाजारोंमेंशनिवारकोखूबचहलपहलबनीरही।बाजारोंमेंअनेकआकर्षकडिजाइनवालीपिचकारियांबच्चोंकोलुभारहीहै।वहीं,हर्बलगुलालकीमांगबढ़गईहै।उधर,इसबारलोगफूलोंसेहोलीखेलनेपरभीजोरदेरहेहैं।ऐसेमेंफूलोंकीडिमांडभीबढ़गईहै।दुर्गाभवनमंदिरकेपुजारीज्योतिषाचार्यमनोजमिश्रनेबतायाकीइसबारकीहोलीपरविशेषसंयोगबनरहाहै।जिसकीवजहसेइसकामहत्वबढ़गयाहै।उन्होंनेबतायाकिइसबारहोलीकेदिनध्रुवयोगबनरहाहैजो499सालबादआताहै।इसदिनचंद्रमाकन्याराशिमेंहोगाऔरमकरराशिमेंशनिऔरगुरुरहेंगे।हिदूपंचांगकेअनुसारहरसालफाल्गुनमासकीपूर्णिमाकोहोलीकात्योहारमनायाजाताहै।

होलिकादहनकीपूजाविधि:

होलिकादहनसेपहलेपूजाकरनेकाविशेषमहत्वहै।दिनमेंपूजाकरनेकेबादहोलिकाकीपरिक्रमाकरनीचाहिए।इसदौरानगेहूंकीबालियां,चना,चावल,नारियलआदिवस्तुएंअर्पितकरनीचाहिए।शामकोहोलिकादहनकियाजाताहै।ऐसीमान्यताहैकिहोलिकादहनकीअग्निमेंसभीनकारात्मकचीजेंजलजातीहैं।होलिकापूजनकाशुभमुहूर्त:

सुबहसातबजकर52मिनटसेशुरूहोकरशामपांचबजेतकरहेगा।होलिकादहनकामुहूर्त:

शामछहबजकर38मिनटसेरातआठबजकरछहमिनटतकरहेगा।