जागरणसंवाददाता,राउरकेला:कोरोनासंक्रमणवलॉकडाउनकेबादअबलोगोंकेसमक्षबेरोजगारीकीसमस्यागंभीरहोनेवालीहै।लॉकडाउनमेंडेढ़महीनेसेअधिकसमयतकलोगकामशुरूहोनेकाइंतजारकरतेरहेपरइसकेआसारनजरनहींआनेपरपैदल,साइकिलयाअन्यसाधनोंसेघरकीओररुखकररहेहैं।झारसुगुड़ाकीएकफर्ममेंकामकररहे12श्रमिककामबंदहोनेकेचलतेधनबादकेलिएपैदलरवानाहुएहैं।राउरकेलापहुंचनेपरनगरनिगमकीओरसेउन्हेंभोजनकरायागया।धनबादकेअजयकुमारसिंह,श्यामबिहारीसिंह,सनातनकुमार,आकाशकुमार,पवनकुमारनेबतायाकिझारसुगुड़ाकीएकफर्ममेंवेठेकापरकामकररहेथे।लॉकडाउनकेचलतेउनकाकामबंदहोगयाथा।ठेकेदारसेपैसेभीनहींमिलरहेथे।लॉकडाउनखत्महोनेकेबादउम्मीदथीपरकामशुरूनहींहुआ।अपनेपासबचापैसाभीखत्महोनेसेभूखेरहनेकीनौबतबनजाती।यहीसोचकरपैदलघरजानेकीयोजनाबनाई।शनिवारकीशामसेअपनीयात्राशुरुकीएवंदोदिनोंमेंकरीबडेढ़सौकिलोमीटरकासफरतयकरचुकेहैं।राउरकेलापहुंचनेपरनगरनिगमकीओरसेउनकेलिएभोजनकाप्रबंधकरायागया।बतायाकिसभीकीतबीयतठीकरहीतोपांचदिनकेअंदरगांवपहुंचजाएंगे।इसीतरहकईक्षेत्रोंसेश्रमिकबेरोजगारहोनेकेबादपैदलएवंसाइकिलसेअपनेगांवोंकीओरजारहेहैं।इनमेंबंगालकेमेदिनापुरवमुíशदाबादकेश्रमिकोंकीसंख्याअधिकहै।