रांची,राज्यब्यूरो।JharkhandNewsझारखंडकेशिक्षामंत्रीजगरनाथमहतोनेस्कूलीशिक्षाएवंसाक्षरताविभागकेअधिकारियोंसेकहाहैकिवेसिर्फअपनेकार्यालयमेंबैठकरकार्यनहींकरें।सरकारीस्कूलोंकीस्थितिसुधारनीहैतोवेस्कूलोंकादौराकरें।इसदौरानबच्चोंकामनोबलबढ़ाएंऔरअभिभावकोंमेंइच्छाशक्तिलानेकाप्रयासकरें।मंत्रीमंगलवारकोस्कूलीशिक्षाएवंसाक्षरताविभागद्वाराबच्चोंकेशैक्षणिकनुकसानकीभरपाईकोलेकरआयोजितदोदिवसीयकार्यशालाकेउद्घाटनसत्रकोसंबोधितकररहेथे।
उन्होंनेसवालउठायाकिसरकारीस्कूलोंमेंबच्चोंकोपोशाक,भोजन,किताब,कापीसेलेकरसभीसुविधाएंमुफ्तदीजातीहैं।इसकेबादभीअभिभावकअपनेबच्चोंकोपढ़ाईकेलिएनिजीस्कूलभेजनेपरक्योंजोरदेतेहैं।उन्होंनेकहाकिशैक्षणिकनुकसानकीभरपाईकेसाथ-साथइसपरभीमंथनकरनेकीजरूरतहै।
दोदिवसीयकार्यशालाकाआयोजन।
सरकारीस्कूलनिजीस्कूलोंसेकमजोरक्यों,होनाचाहिएमंथन
उन्होंनेकहाकिइसपरभीमंथनहोनाचाहिएकिझारखंडकेसरकारीस्कूलनिजीस्कूलोंसेकमजोरक्योंरहें।मंत्रीनेस्पष्टरूपसेकहाकिअधिकारीस्कूलोंकादौरानहींकरते,इसकारणभीसरकारीस्कूलोंकीस्थितिऐसीहुईहै।कहाकिनिजीस्कूलोंमेंपढ़नेवालेबच्चोकेअभिभावकअपनेबच्चोंकोपूरीतरहतैयारकरस्कूलभेजतेहैं,जबकिसरकारीस्कूलोंकेबच्चोंकेअभिभावकऐसेहीबस्तादेकरस्कूलभेजदेतेहैं।अधिकारियोंऔरशिक्षकोंकोअभिभावकोंसेबातकरउनकीइससोचमेंबदलावलानेकाप्रयासकरनाचाहिए।
35000स्कूलोंमें500सेभीकमस्कूलोंमेंप्रधानाध्यापक
उन्होंनेकार्यशालामेंउपस्थितशिक्षासचिवसेहीपूछाकिराज्यकेकितनेस्कूलोंमेंप्रधानाध्यापकहैं।मंत्रीनेकहाकि35000स्कूलोंमें500सेभीकमस्कूलोंमेंप्रधानाध्यापकहैं।सवालउठायाकिऐसेमेंस्कूलोंकीव्यवस्थाकैसेसुधारीजासकतीहै।इससेपहलेशिक्षासचिवराजेशशर्मानेकहाकिलगभगदोसालोंतकस्कूलबंदरहनेकेकारणबच्चोंकाकाफीशैक्षणिकनुकसानहुआहै।हमारेसमक्षइसनुकसानकीभरपाईसबसेबड़ीचुनौतीहै।
92प्रतिशतबच्चोंमेंहुआहैशैक्षणिकनुकसान
वहीं,झारखंडशिक्षापरियोजनाकीनिदेशककिरणकुमारीपासीनेकहाकिएकसर्वेमेंयहबातसामनेआईहैकि92प्रतिशतबच्चोंमेंकिसीनकिसीप्रकारकाशैक्षणिकनुकसानहुआहै।72प्रतिशतबालिकाओंकोघरोंमेंकाम-काजकेकारणपढ़ाईकरनेकामौकानहींमिला।