जेएनएन,मुजफ्फरनगर।तीर्थनगरीशुकतीर्थमेंश्रीरामकथाकाश्रवणकरनेकेलिएदेशकेविभिन्नप्रांतोंसेअनेकमहिला-पुरुषश्रद्धालुनगरीमेंआएहुएहैं।श्रद्धालुनगरीमेंमंदिरोंकेदर्शनकरनेकेसाथप्रसिद्धकथावाचकमोरारीबापूकेमुखसेज्ञानकीअमृतवर्षामेंभींगरहेहैं।मंगलवारकोदैनिकजागरणकेप्रतिनिधिनेश्रद्धालुओंसेबातचीतकीतोउन्होंनेकहाकिमोरारीबापूउन्हेंअपनाअनुयायीयाभक्तनहीं,बल्किअपनाफ्लावरमानतेहैंऔरउन्होंनेउन्हेंजीनेकेलिएसत्य,प्रेमवकरुणातीनसूत्रदिएहैं,जिनकाहमसभीपालनकरतेहैं।
गुजरातसेआईसरस्वतीबहनबतातीहैंकिबापूकीकथामेंदिव्यअनुभूतिमिलतीहै।शरीरमेंनईचेतनाआतीहैऔरदिल-दिमागमेंताजगीआतीहै,जहांपरभीबापूकीकथाहोतीहैवहसुननेजरूरजातीहैं।
दिल्लीसेआईशेफालीतायलबतातीहैंकिउन्हेंजबभीमौकामिलताहैबापूकीकथासुननेजातीहैं।बापूनेसफलजीवनजीनेकेलिएसत्य,प्रेमवकरुणातीनसूत्रदिएहैं,जिनकाहमसभीपालनकरतेहैं।
लखनऊसेआईपूनमबतातीहैंकिबापूअपनेभक्तोंकोअनुयायीनहीं,बल्किअपनाफ्लावरमानतेहैं।बापूअपनेफ्लावरकाबहुतध्यानरखतेहैं।बापूकेश्रीमुखसेकथासुननेमेंजोआनंदआताहै,उसकाबयाननहींकरसकती।
मुजफ्फरनगरकी85वर्षीयप्रेमवतीबतातीहैंवहअनेकवर्षसेबापूसेजुड़ीहैंऔरशरीरमेंकष्टहोतेहुएभीबापूकीकथासुननेजातीहैं।कथासुननेसेउनकेसभीकष्टदूरहोजातेहैंऔरउनमेंहिम्मतआजातीहै।
मध्यप्रदेशकेराकेशकुमार,गुजरातकेरमेशभाई,दिल्लीसेआईआरती,मेरठकीकल्पनाबतातीहैंकिबापूकीकथासुननेसेचेतनाआजातीहै।मनखुशहोजाताहै।