मुरादाबाद,जेएनएन।Whatiswomenempowerment:जिलापंचायतअध्यक्षडा.शैफालीसिंहनेकहाकिमहिलाओंको सशक्तीरणकीसहीपरिभाषासमझनेकीजरूरतहै।महिलाओंकेतमामव्यक्तिगतमसलेहोतेहैं।पर्दाहटनेकामतलबसशक्तीकरणनहींहै।सशक्तहोनेकेसाथमहिलाओंकोकुछजिम्मेदारीभीनिभानीहोतीहैं।महिलाकापारिवारिक,सामाजिक,व्यवसायिकऔरपर्सनलजीवनमेंतालमेलबैठानाहीसहीमायनेमेंसशक्तीरण(womenempowerment)है।दैनिकजागरण केविमर्शकार्यक्रमकेतीसरेसत्रमेंंआएसवालोंकेजवाबदेतेहुएमुख्यअतिथिजिलापंचायतअध्यक्षडा.शैफालीसिंहनेयेबातेंकहीं।
बुधवारकोमिडटाउनक्लबकेसभागारमेंदोपहरकरीबसाढ़ेबारहबजेतीसरेसत्रकाशुभारंभहुआ।इसदौरानसबसेपहले18सालसेकमउम्रकीबालिकाओंकीशादीकरनेकोलेकरसवालकियागया।मनोवैज्ञानिकएवंएबीवीपीकीप्रदेशउपाध्यक्षमीनूमहरोत्रानेकहाकियहसबशिक्षाऔरजागरुकताकीकमीकानतीजाहै।ऐसेक्षेत्रोंकोचिह्न्तिकरकेवहांशिक्षाऔरजागरुकताकीजरूरतहै।विद्यालयोंमेंभीजागरुकताकरनीहोगी।मैंकस्तूरबागांधीसेलेकरअन्यविद्यालयोंमेंजातीहूं।ग्रामीणक्षेत्रोंसेसभीक्षेत्रोंमेंलड़कियांआगेआरहीहैं।उनकाउदाहरणदेकरलड़कियोंऔरउनकेपरिवारकोजागरुककरनाचाहिए।
जिलापंचायतअध्यक्षडा.शैफालीसिंहनेइससवालकेजवाबमेंकहाहैकिकमउम्रमेंबेटियोंकीशादीकरनेकेपीछेदोदृष्टिकोणहोतेहैं।इसकेपीछेएककारणयहभीहैकिबालिकाओंकोमां-बापकोअकेलाछोड़नामुश्किलहै।दिल्लीमेंस्लमएरियामेंहमनेकामकिया।वहांयहसमस्याहमारेसामनेआईथी।माता-पिताकाकहनाथाकिहमकामकेलिएघरसेबाहरजातेहैं।ऐसेमेंजवानहोरहीबेटियोंकोकिसकेभरोसेघरपरअकेलाछोड़ें।इसलिएइसपरभीविचारकरनाचाहिए।हमेंसामाजिकरूपसेबालिकाओंकेसाथउनकेमाता-पिताकोभीयहभरोसादिलानाहैकिउनकेबच्चेसुरक्षितहैं।
पिछलेकुछसालोंमेंलिंगानुपातबेहतरहोनेकेसवालपरजिलापंचायतअध्यक्षनेकहाकिइसकेपीछेडाक्टरोंकाभीयोगदानहै।हमारीमहिलाडाक्टरगर्भपातनहींकररहीहैं।कन्याभ्रूणहत्यामेंभीकमीआईहै।सुमंगलाऔरकन्याविवाहसामूहिकयोजनाओंकेलिएभीबिनादहेजकीशादियां,एंटीरोमियोस्क्वायडसेबेटियोंकोपढ़नेकामाहौलमिलरहाहै।निर्यातकआकांक्षागर्गनेकहाकिकिसीभीमहिलाकीसफलताकेकेलिएउसकीपरिवारिकपृष्ठभूमिऔरपरिवारकासहयोगबहुतजरूरीहै।निर्यातछोटेसेकमरेमेंकियाजासकताहै।लेकिन,परिवारकासहयोगहोनाचाहिए।
मीनूमहरोत्रानेएकसवालकेजवाबमेंकहाकिशक्तिकाअर्थसंतुलनसेहोताहै।महिलासशक्तहैऔरअसंतुलिततोबातबिगड़तीहै।अबमहिलाएंकहींकमजोरनहींहै।जबतकमहिलाएंयहनहींसमझेंगीकिवहदेहसेऊपरहैं,तबतकसशक्तनहींहोसकतीहैं।महिलाओंकोअपनीजिम्मेदारीकेबादअपनाहकमांगरहीहैकिवहसशक्तहै।सशक्तमहिलाओंकोदूसरीमहिलाकोइसकेलिएप्रयासकरनेहोंगे।बालिकाइंटरकालेज,अगवानपुरकीप्रधानाचार्यसुनीतारानीनेअपनीबातरखी।जिलापंचायतअध्यक्षनेकहाकिमहिलाहमेशासेसशक्तरहीहै।
आजभीबिनामहिलाकेयज्ञपूरानहींहोसकताहै।महिलाएंपर्देसेबाहरआचुकीहैं।पारिवारिकरूपसेभीमहिलाओंकीजिम्मेदारीबढ़तीजारहीहै।राजनीतिकरूपसेमहिलाओंकीजिम्मेदारीनहींहै।मुरादाबादमेंमहिलाओंकीभागेदारीकरनेकीबातकीजाएतोहमारीजिलापंचायतमेंही39में21महिलाएंहैं।पूर्वसांसदजयप्रदापरभीटिप्पणीपुरुषोंकीगलतसोचकानतीजाहै।इसलिएअबपुरुषोंकेवौद्धिकसशक्तीकरणकीबारीहै।उन्होंनेप्राथमिकविद्यालयबेटियोंकेलिएशौचालयोंकीव्यवस्थाकरानेकेलिएभरोसादिलाया।संचालनजागरणपरिवारकेवरिष्ठसंवाददातारितेशद्विवेदीनेकिया।इसदौरानसमाजकेगणमान्यलोगोंकोसम्मानितकियागया।