जेएनएन,शाहजहांपुर:तालाब,नदी,कुएं,पोखरयहनसिर्फजलसंचयनकाबड़ामाध्यमहैं,बल्किजलीयजीवजंतुबल्किमानवजीवनकोबचानेमेंइनकामहत्वपूर्णयोगदानहै।इसलिएसभीकीजिम्मेदारीहैकिइनजलस्त्रोतोंबचाएं।उनकासंरक्षणकरनेमेंआगेआएं।यहकहनाहैडा.संगीतामोहनका।पेशेसेचिकित्सकडॉ.संगीतासमाजसेवाकेसाथ-साथजलसंचयनकेलिएभीकामकररहीहैं।

डॉ.संगीताकोक्लीनिकसेजबभीसमयमिलताहै।वहबच्चोंऔरमहिलाओंकेबीचजाकरउन्हेंजागरूककरतीहैं।बूंद-बूंदपानीकाउपयोगवउसकामहत्वबतातीहैं।परिचितोंकोनएनिर्माणमेंसोकपिटबनानेपरजोरदेतीहैं।उनकेघरमेंशॉवरकाप्रयोगनहींहोताहै।आरओकापानीगमलोंमेंतथाएसीसेनिकलनेवालापानीपाइपकेजरिएक्यारीमेंजाताहै।

तालाबकोबचानेमेंकियासहयोग

भावलखेड़ाब्लाककागांवहैऐंठाहुसैनपुर।इसगांवमेंतालाबकोलोगपाटकरअवैधनिर्माणकरारहेथे।डॉ.संगीताइसबारेमेंपताचलनेपरगांवपहुंची।उन्होंनेलोगोंकोसमझानेकीकोशिशकीतोकब्जाकरनेवालोंकाजवाबथाकिरहनेकेलिएकोईजगहनहीं।उन्होंनेवहांकेत्रिपाठीपरिवारकीमददसेतत्कालीनप्रधानवसेक्रेटरीसेबातकी।ग्रामसमाजकीजमीनकेपट्टेकरवाए।कुछदिनबादतालाबकोफिरसेपाटनेकीकोशिशहुई।इसतालाबकीदूसरीओररहनेवालोंनेआवागमनकेसाधनकाबहानाबनाया,जिसपरडा.संगीतानेएकबारफिरसेत्रिपाठीपरिवारकीमददसेग्रामीणोंकोसमझाया।उन्होंनेकहाकितालाबपरपुलियाबनवादीजाए।लोगमानगए।यहतालाबविदेशीपक्षियोंकापसंदीदास्थलबनचुकाहै।

कुओंपरशुरूकररहींकाम

चौकसीस्थितफूलमतीमंदिरकेपासस्थितपौराणिककुएंमेंलोगोंनेमलबावकूड़ाडालनाशुरूकियाथा,जिससेयहबंदहोनेलगाथा।डा.संगीतानेनेमुहल्लेकीमहिलाओंकेसाथमिलकरइसपररोकलगवाई।इसीतरहछायाकुआंकोभीफिरसेजीवितकरनेकेलिएउन्होंनेनगरनिगमसेसंपर्ककियाहै।

By Field