खगड़िया।'जलदान'मुहिमकोमुकामतकपहुंचानेकोलेकरजिलेवासीकमरकसचुकेहैं।'दैनिकजागरण'कीइसमुहिमसेआमऔरखाससभीजुड़तेचलेजारहेहैं।संस्था,स्वयंसेवीसंगठनभीआगेआरहेहैं।लोगनदी,तालाब-पोखर,कुएंकोबचानेमेंजुटगएहैं।जगह-जगहकुदाल,टोकरीलेकरलोगनदी-तालाब-पोखरकीसाफ-सफाईकररहेहैं।लोगनदीकी'आह'कोसुनरहेहैंऔरउसकी'परवाह'कररहेहैं।
शनिवारकोनशामुक्तभारतकेबैनरतलेमानसीप्रखंडकेराजाजानग्रामस्थितबूढीगंडकनदीकेतटपरसाफ-सफाईअभियानचलायागया।जिसकानेतृत्वनशामुक्तभारतकेसंस्थापकप्रेमकुमारयशवंतनेकिया।मौकेपरराजाजानघाटकीसाफ-सफाईकीगई।नदीकेकिनारेसेकूड़ा-कर्कट-कचरानिकालागया।फिरइसेएकत्रितकरजलादियागया।
इसअवसरपरनशामुक्तभारतकेजिलासंयोजकजितेंद्रकुमारयादव,सदरसंयोजकबीरूकुमार,रजनीशराज,कारेलालयादव,कंकलयादव,नवनीतकुमार,शुभनीतकुमार,सौरभकुमार,नीतीशकुमार,विकासयादव,रुपेशकुमार,छोटूकुमार,राहलुकुमार,वंशराजकुमार,उदयकुमार,सन्नीकुमार,दिलखुशकुमार,केशवकुमारयशवंतआदिमौजूदथे।
मौकेपरनशामुक्तभारतकेसंस्थापकप्रेमकुमारयशवंतनेकहाकिनदीबचेगी,तोजीवनभीबचेगा।खगड़ियाको'नदियोंकानैहर'कहाजाताहै,परंतुआजयहांनदियांसुखरहीहै।इसकेजिम्मेवारहमलोगहैं।नदीकिनारेजगह-जगहअतिक्रमणबढ़रहाहै।नदियोंमेंनालेकागंदापानीबहायाजाताहै।कूड़े-कचरेडालेजातेहैं।धड़ल्लेसेप्लास्टिककाउपयोगहोरहाहै।इससेनदीपर्यावरणकोखतरापहुंचरहाहै।प्रेमकुमारयशवंतनेकहाकिनदियोंमेंपूजनसामग्रियांप्रवाहितनहींकरें।खासकरप्लास्टिक,पॉलिथीनआदिसेपरहेजकरें।उन्होंनेकहाकिप्रतिदिनसैकड़ोंलोगनदीमेंस्नानकरतेहैं।अगरवेसप्ताहमेंएकदिनभीइसकीसाफ-सफाईपरसमयदें,तो'नदीकीकंचनकाया'बरकराररहेगी।उन्होंनेदैनिकजागरणके'जलदान'मुहिमकीमुक्तकंठसेप्रशंसाकी।कहा,नशामुक्तभारतकीओरसेइसकार्यक्रममेंसहभागिताबरकराररहेगी।======