उन्होंनेकहा,वेदिल्लीमेंऐसीसरकारचाहतेथेजोभ्रष्टाचारकेमामलोंमेंकार्रवाईनहींकरसकती,किसानोंकोमुआवजानहींदेपातीऔरअधिकारियोंकातबादलानहींकरपाती।उन्होंनेकहा,उच्चन्यायालयकेफैसलेकोइसीपृष्ठभूमिमेंदेखाजानाचाहिए।सरकारकोजबइनसारेकामोंसेरोकागयातबवहन्यायालयपहुंचीथी।दिल्लीसरकारकेएकप्रवक्तानेकहाकिदिल्लीउच्चन्यायालयकेफैसलेकाप्रारंभिकआकलनयहबताताहैकिइसनेसंविधानमेंमंत्रिपरिषदकोदीगईशक्तियोंकोकमतरकियाहै।आपनेताराघवचड्ढानेकहाकिउच्चन्यायालयकेफैसलेकोउच्चतमन्यायालयमेंचुनौतीदीजाएगी।उन्होंनेकहा,लोकतांत्रिकतरीकेसेचुनीगईसरकारकोकमतरनहींआंकाजासकता।यहवर्चस्वकीनहीं,लोकतंत्रकीलड़ाईहै।मुख्यन्यायाधीशजीरोहिणीऔरन्यायमूर्तिजयंतनाथकीपीठनेआपसरकारकीकेन्द्रसरकारकी21मई2015कीअधिसूचनाकोचुनौतीदेतीयाचिकाकोखारिजकरदिया,जिसमेंराष्ट्रीयराजधानीमेंनौकरशाहोंकीनियुक्तिमेंउपराज्यपालकोपूर्णशक्तियांदीगईहैं।अदालतनेपिछलेसालसत्तामेंआनेकेबादसेकेजरीवालसरकारद्वाराजारीकीगईविभिन्नअधिसूचनाओंकोभीयहकहकरखारिजकरदियाकियहअवैधहैंक्योंकिइन्हेंउपराज्यपालकीसहमतिकेबिनाजारीकियागयाहै।