जासं,घोरावल(सोनभद्र):वनक्षेत्रकेघुवासचौकीपरसोमवारकोवन्यप्राणीसप्ताहकार्यक्रमकेतहतगोष्ठीआयोजितकीगई।गोष्ठीमेंजंगलीक्षेत्रोंसेसटेइलाकोंमेंरहनेवालेग्रामीणोंकोवन्यप्राणियोंकीसुरक्षावउनसेबचावकेप्रतिजागरूककियागया।वनविभागकेरेंजरसुरजूप्रसादनेकहाकिवन्यप्राणीहमारेवनोंऔरहमारेजीवनकीमहत्वपूर्णकड़ीहैं।वन्यजीवोंकेपरिवेशकोसुरक्षितरखनेऔरइनकेसंरक्षणकेलिएजनसामान्यकोजानकारीउपलब्धकरवानाइससप्ताहकाउद्देश्यहै।आजप्रकृतिसेजोभीप्राप्तहोरहाहै,सबकीकुछनकुछमहत्ताहै।चाहेवहजीवहोयापेड़-पौधे,सभीएक-दूसरेसेजुड़ेहुएहैं।यदिवृक्षहैंतोहीमानवऔरप्राणियोंकाजीवनसंभवहै।वर्तमानसमयमेंलगभग41हजारप्रजातियांविलुप्तहोनेकीकगारपरहैं।मनुष्यएवंपृथ्वीकेअस्तित्वकेलिएऔरपर्यावरणसंरक्षणकेलिएवन्यप्राणियोंकीसुरक्षा•ारूरीहै।यदिअबभीहमारीआंखेंखुलजाएतोहमजैवविविधताकेहोरहेह्रासकोदूरकरसकतेहैं।वनक्षेत्रकेपासरहनेवालेलोगरात्रिमेंसदैवसावधानरहें।रातमेंघरोंमेंरहेंऔरदरवाजेबंदरखें।जंगलकेरास्तेजानाआवश्यकहोतोहमेशासमूहमेंहीजाएं।मवेशियोंकोभीसुरक्षितस्थानोंपररखें।उन्होंनेकहाकितेंदुए,भालूजैसेजंगलीजानवरोंवमगरमच्छोंसेबचावकेलिएग्रामीणोंकोजागरूककरनेकेलिएलगातारअभियानचलायाजाएगा।इसमौकेपरकैलाशसिंहबैसवार,वनदारोगाराजनमिश्रा,संतोषकुमार,विश्वजीत,दीनानाथआदिरहे।