धर्मशाला,मुनीषगारिया।हिमाचलप्रदेशकेंद्रीयविश्वविद्यालयधर्मशालाजहांस्नातककोर्स,स्नातकवपीएचडीकेहजारोंविद्यार्थीवशोधार्थीअध्ययनकरतेहैं,लेकिनआजदिनतकसीयूमेंकोईभीविदेशीमूलकाविद्यार्थीयाशोधार्थीपढ़ाईकरनेकेलिएनहींपहुंचाहै।इसकेअलावायहांकोईऐसाबड़ाशोधार्थीनहींनिकालाहै,जिसकेशोधकापेटेंटकरवायाजासकाहो।

शिक्षामंत्रालयकीनेशनलइस्टीटयूशनलरेंकिंगफ्रेमवर्क(एनआइआरएफ)कीरिपोर्टमेंइसबातोंकोप्रमाणमिलाहै।केंद्रीयविश्वविद्यालयमेंचलरहेयूजीवपीजीकोर्समेंइसवक्त1435विद्यार्थीअध्ययनरतहैं।जिसमें1331हिमाचलकेविभिन्नजिलोंसेहैं।जबकि104पंजाब,दिल्ली,उत्तरप्रदेश,आगरावकोलकत्ताकेहैं।कक्षावारबातकीजाएतोस्नातकोत्तरडिग्रियोंमें1244विद्यार्थियोंमें1151हिमाचली,जबकि93बाहरीराज्योंकेहैं।स्नातकोत्तरडिप्लोमामें33विद्यार्थियोंमें32हिमाचलीवएकपंजाबकाहै।वहींस्नातकोरकोर्सोंके158विद्यार्थियोंमें148हिमाचलकेविद्यार्थीहैं,जबकि10विद्यार्थीअन्यराज्योंकेहैं।इससभीयूजीवपीजीअध्ययनकार्यक्रमोंकेअलावापीएचडीमेंभीकोईभीविदेशीविद्यार्थीयाशोधार्थीनहींहैं।

सीयूकाएकभीशोधनहींहोपायापेटेंट

सीयूमेंपीएचडीवर्ष2013मेंशुरूहुईथी।इसवक्तसभीसामान्यविषयोंकेअलावाजनजातीयअध्ययनपीठ,आंबेडकरचेयर,दीनदयालउपाध्यायअध्ययनकेंद्रोंमेंकरीबसाढ़ेपांचसौशोधार्थीअध्ययनरतहैं।अभीतकसीयूसेएकभीशोधार्थीऐसाशोधनहींकरपायाहै,जिसकाशोधपेटेंटहोसके।हालांकिविज्ञानविषयमेंशोधार्थियोंकेशोधपेटेंटहाेनेकेअधिकचांसहोतेहैं।यहांकेपर्यावरणविज्ञानस्कूलसेअभीतक11शोधार्थीअपनारिसर्चपूराकरकेडिग्रीहासिलकरचुकेहैं,लेकिनएकभीशोधपेटेंटनहींहोपाया।

सीयूमेंवर्ष2012सेअबतकहुई130शिक्षकोंकीभर्तियां

केंद्रीयविश्वविद्यालयहिमाचलप्रदेशमेंवर्ष2012सेलेकर2020तकविभिन्नस्कूलोंवविभागोंमें130असिस्टेंटप्रोफेसरोंकीभर्तियांहुईहैं।सीयूप्रशासनहरसालटिचिंगवनॉनटिचिंगस्टाफकेसेलरोंपरकरोड़ोंरुपयेखर्चकरताहै।वर्ष2017-18मेंसीयूनेस्टाफकीसेलेरीपर10.15करोड़रुपयेखर्चकिए।2018-19में16.87करोड़रुपये,जबकिवर्ष2019-20मेंस्टाफसेलेरीपर19.77करोड़रुपयेखर्चहुए।

सीयूप्रशासनपुस्तकालयोंकीमजबूतीपरदेरहाध्यान

सीयूकेधर्मशाला,शाहपुरवदेहराकैंपसोंमेंचारपुस्तकालयहैं।सीयूप्रशासनपिछलेकुछसमयसेपुस्तकालयोंकीमजबूतीपरध्यानदेरहाहैएवंअधिकसेअधिकपुस्तकोंकीखरीदकररहाहै।वर्षवर्ष2017-18मेंसीयूप्रशासननेपुस्तकाेंकीखरीदपर34.50लाखरुपयेखर्चकिएथे।वर्ष2018-19में1.19करोड़रुपये,जबकिवर्ष2019-20केदौरानसीयूप्रशासननेपुस्तकोंकीखरीदपर1.60करोड़रुपयेखर्चकिएहैं।