पूनमपाण्डेनईदिल्ली।।मुंबईसेलगातारबच्चोंकीखुदकुशीकीखबरेंआरहीहैं।पिछले20दिनोंमें20स्टूडेंट्ससूईसाइडकरचुकेहैं।इनमेंसेज्यादातरमामलोंकोपढ़ाईकीटेंशनसेजोड़करदेखाजारहाहै।जानकारोंकामाननाहैकिवजहसिर्फयहीहो,जरूरीनहीं।इसकेपीछेकॉपीकैटसिंड्रोमकामकररहाहै।दुनियाभरमेंदेखागयाहैकिआमतौरपरयहअसर10-15दिनोंतकरहताहैऔरधीरे-धीरेखत्महोजाताहै।फैमिली,सोशलऔरपर्सनललाइफकेकईफैक्टरमिलकरप्रेशरकाकामकरतेहैंऔरकईबारबायोकेमिकलइंबेलेंसभीइसकीवजहहोसकताहै।महाराष्ट्रकेमुख्यमंत्रीअशोकचव्हाणनेएजुकेशनमिनिस्टरकोनिर्देशदिएहैंकिमहत्वपूर्णएजुकेशनलइंस्टिट्यूट्सकेहेडऔरएक्सपर्ट्सकीमीटिंगबुलाकरइसकाहलढूंढें।सीनियरसायकायट्रिस्टडॉ.संदीपवोहराकहतेहैंकियहदुनियाभरमेंदेखागयाहैकिअगरकिसीएकएरियामेंखुदकुशीजैसीकुछघटनाएंहोतीहैंऔरवेबेहदचर्चामेंरहतीहैंतोआसपासकेएरियामें10-15दिनोंतकऐसीघटनाएंज्यादाहोतीहैं।इसेकॉपीकैटसिंड्रोमकहतेहैंजोधीरे-धीरेखत्महोजाताहै।यहउनलोगोंपरज्यादाअसरकरताहैजोडिप्रेशनकेशिकारहोंयाइमोशनलीवीकहों।उन्हेंलगताहैकिउनकेहालातभीतोलगभगवैसेहीहैं,जैसेखुदकुशीकरनेवालेकेथेऔरउन्हेंयहआसानरास्तालगताहै।डॉ.वोहराकहतेहैंकिअगरबच्चेकेव्यवहारमेंअचानकबदलावदिखेजैसेचुपहोजाना,चिड़चिड़ाहोना,बहुतज्यादायाबहुतकमखानायासोना,छोटी-छोटीबातोंपररोना,तोसमझलेनाचाहिएकियहबहुतज्यादाप्रेशरकेलक्षणहैंजोकिसीभीवजहसेहोसकताहै।उसकेमनकोजाननेकीकोशिशकरेंऔरअगरपॉजिटिवचेंजनहींदिखरहाहैतोप्रफेशनल्सकीहेल्पलेनेसेहिचकिचाएंनहीं।समाजशास्त्रीप्रो.आनंदकुमारकहतेहैंकिखुदकुशीबेहदअकेलेपनऔरलाचारीकाफैसलाहोताहै।परिवारोंमेंअकेलापनबढ़रहाहैऔरअसफलतासेकैसेडीलकरनाहैयहभीबच्चोंकोनहींसिखायाजाता।ऐसेमेंबच्चेघुटनमहसूसकरसकतेहैं।न्यूक्लियरफैमिलीमेंबच्चेदिलकीबातशेयरनहींकरपारहे।