नईदिल्ली[सोनूराणा]।कृषिकानूनविरोधीप्रदर्शनकीवजहसेएकवर्षसेज्यादासमयसेदिल्लीकीसीमाएंबंदरहीं।प्रदर्शनकारियोंनेसिंघु,टीकरी,गाजीपुरबार्डरपरबैठकरदिल्ली-एनसीआरकीरफ्तारहीथामदी।इससेआमजनजीवनबुरीतरहप्रभावितहुआ।किसीकीनौकरीचलीगईतोकिसीकाव्यापारबंदहोगया।किसीकोरोज15-20किलोमीटरपैदलचलनापड़ातोकिसीकेसामनेरोजी-रोटीकासंकटपैदाहोगया।नरेलाऔरबवानाऔद्योगिकक्षेत्रकेअलावासोनीपतजिलेकेकुंडली,राई,बड़ीऔरलिवासपुरमेंउत्पादनलगभगठपहै।इससेदूसरेप्रदेशोंकेअधिकांशकामगारबार्डरोंकेआसपासकेइलाकोंसेअपनेघरोंकोलौटगए।
एकवर्षसे11पेट्रोलपंपबंद
बार्डरोंपरप्रदर्शनकारियोंकेबैठेहोनेकीवजहसेसिंघुऔरटीकरीबार्डरपर11पेट्रोलपंपबंदहैं।इनपंपोंपरकामकरनेवालेकरीब95फीसदलोगोंकीनौकरीजाचुकीहै।पेट्रोलपंपमालिकोंकेअनुसारउन्हेंहरमाहपांचलाखरुपयेकानुकसानहोरहाहै।