संवादसहयोगी,कनीना:
साहित्यसंगमसंस्थानकीओरसेकलावतीकर्वाकोसाहित्यक्षेत्रमेंउत्कृष्टयोगदानकेलिएसम्मानदियागया।कलावतीकर्वासाहित्यसंगमसंस्थानसेपिछलेदोसालसेजुड़ीहुईहैं।अबतक150सेअधिकसम्मानप्राप्तकरचुकीहैं।
साहित्यसंगमसंस्थानसाहित्यिकसंगठनपंजीकरण2017सेदिल्लीकीसंस्थाहै।इससंस्थाकेमाध्यमसेकरीब120(सांझाएकल)प्रकाशितहोचुकीहै।बड़ेमंचीयमहोत्सवदिल्ली,इंदौर,लखनऊ,चक्रधरपुर,तिनसुकियावअसमआदिकईराज्योंमेंकरचुकीहैं।कलावतीकर्वानेबतायाकिसंस्थानसेप्रत्यक्ष-अप्रत्यक्षएकलाखसेअधिकलोगजुड़ेहुएहैं।संस्थानकीगद्य-पद्य,छंद-गजल,व्याकरणदोहासिखानेकीपाठशालाएंचलतीहैं।संस्थानकेसंरक्षकडा.आचार्यभानुप्रतापवेदालंकारकेसानिध्यमेंसंपूर्णकार्यसंपादितहोताहैं।उन्हेंअवार्डमिलनेपरकुमाररोहितरोज,मिथलेशसिंह,डा.अर्चनावर्मा,सोनीगौतम,स्वातिजैसलमेरिया,रामअवतार,पूर्वआईपीएसअधिकारीप्रशांतकरण,पूर्वनिदेशकऊषासेठी,छायासक्सेना,भावनादीक्षित,भारतभूषणआदिनेआभारजतायाहै।संस्थानअध्यक्षराजवीरसिंहनेबतायाजिन्होंनेसाहित्यसंगमसंस्थानमेंसाहित्यक्षेत्रमेंज्यादासेज्यादासेवाकीहैउनसृजनकारोंकोरश्मिरथीसम्मानसेसम्मानितकियाजाताहै।