[ हृदयनारायणदीक्षित]:आदिमसमाजकीजीवनशैलीकाविकासजीनेकीइच्छाऔरमृत्युभयकीछायामेंहुआ।आत्मरक्षाकीभावनाऔरजीनेकीइच्छाहीसभ्यताकेविकासकीप्रेरकरही।प्राकृतिकआपदाएंयायुद्धवीभत्समृत्युभयलातेहैं।व्यापकजनहानिवालीआपदाएंजीवनकादृष्टिकोणबदलतीहैं।चाल्र्सडार्विनप्राकृतिकइतिहासऔरभूगर्भशास्त्रीयखोजमेंविश्वयात्रापरथे।एकदिनयकायकभूकंपआया।वहउठे,चक्करआया,गिरे।उन्होंने‘जरनलऑफरिसर्चेज’मेंलिखा,‘भूकंपपुरानेसेपुरानेभावनात्मकसंबंधोंकोनष्टकरताहै।अल्पकालमेंअसुरक्षाकीऐसीधारणाबनीजोदीर्घकालकेचिंतनसेनपैदाहोती।’सामनेखड़ीमृत्युजीवनदृष्टिकोणबदलतीहै।कोरोनासेहुईमौतोंनेपूरेसंसारकादृष्टिकोणबदलदियाहै।

युद्धनेयुधिष्ठिरऔरअशोककाजीवनबदला,कोरोनानेसमाजको संवेदनशीलबना दिया

भारतमेंमहाभारतकालमेंसभाजैसीलोकतंत्रीसंस्थाएंथीं।वेअसफलहुईं।महायुद्धहुआ।यहराष्ट्रीयआपदाथी।युधिष्ठिरजीतगए,लेकिननरसंहारनेउन्हेंव्यथितकिया।जीवनकादृष्टिकोणबदला।वेसत्तासंभालनेकोतैयारनहींथे।कलिंगयुद्धकेबादअशोककाभीजीवनदृष्टिकोणबदलगया।कोरोनाआपदाकेप्रभावमेंसंपूर्णसमाजमेंसकारात्मकपरिवर्तनआयाहै।सामान्यजनभीगरीबोंकीसहायताकेलिएतत्परहैं।समाजसंवेदनशीलहोगयाहै।उपभोक्तावादकीजगहआवश्यकवस्तुओंकेसंयमितउपयोगितावादकाविकासहोरहाहै।

महामारीकेदौरानपुलिसबलऔरचिकित्सकसमुदायअग्रिमपंक्तिकेसम्मानीययोद्धाबनगए

बेशकशराबकीदुकानेंखुलनेकेदिनउमड़ीभीड़द्वाराअनुशासनतोड़नेकीघटनाओंनेनिराशकिया।स्थानीयप्रशासननेइसकीसम्यकतैयारीनहींकी।प्रशासनसेभीड़कापूर्वानुमानलगानेमेंचूकहुई,लेकिनपुलिसनेबाजीजीतली।पुलिसबलजनविरोधीआक्रामकताकेलिए1861सेहीबदनामथा।महामारीकेदौरानवहचिकित्सकोंकेसाथइससंग्रामकीअग्रिमपंक्तिकासम्मानीययोद्धाबनगयाहै।उम्मीदहैमहामारीकालकीजनसेवाशैलीभविष्यमेंभीऐसीहीरहेगी।सिविलसेवाकेपासअनेकअधिशासीअधिकारहोतेहैं,लेकिनमहामारीकेदौरानवहसंवेदनशीलताकेप्रश्नपरपुलिसबलऔरचिकित्सकसमुदायसेपीछेदिखरहा।

कोरोनाकेकहरसेनागरिकोंकोबचानेमेंअमेरिकीमहाशक्तिभीअसफलहै

कोरोनाकाकहरसारीदुनियाकेराष्ट्रोंऔरराष्ट्राध्यक्षोंकेलिएपहलाअनुभवहै।विकसितदेशभीनागरिकोंकेबचावमेंसफलनहींहैं।अमेरिकीमहाशक्तिभीअसफलहै।कम्युनिस्टचीनअपयशकानिशानाहै,लेकिनभारतसरकारकीप्रशंसाअंतरराष्ट्रीयस्तरपरहोरहीहै।

महामारीसेजूझरहीमोदीसरकारपरबेतुकेआरोप,ममता केंद्रपरहमलावरहैं

संप्रतिराजऔरसमाज,दोनोंसंवेदनशीलहैं।बावजूदइसकेराजनीतिकदलतंत्रनेनिराशकियाहै।महामारीसेजूझरहीसरकारपरबेतुकेआरोपलगरहेहैं।दलतंत्रकीटिप्पणियोंकोआधारबनाकरपश्चिमकामीडियाभारतकीछविखराबकररहाहै।संकटमेंभीकुछमुख्यमंत्रीअपनारागअलापरहेहैंऔरकेंद्रपरहमलावरहैं।पश्चिमबंगालकीमुख्यमंत्रीखासतौरपरटकरावकीमुद्रामेंहैं।वहप्रवासीमजदूरोंकेलिएरेलसुविधाकीअनुमतिसेइन्कारकररहीथीं।

वाजपेयीनेकहाथाकिइससमयइंदिरागांधीहीनेताहैं,सारादेशउनकेहीसाथहै

केंद्रीयगृहमंत्रीकोपत्रलिखनापड़ा।तमिलनाडुनेमुख्यहाईवेपरदीवारखड़ीकी,आंध्रनेहाईवेपरगड्ढाखोदडाला।केंद्र-राज्यसंबंधभीराजनीतिकीभट्ठीमेंहैं।आपदाकेसमयऐसीराजनीतिदुर्भाग्यपूर्णहै।1971केभारतपाकयुद्धकेदौरानअटलबिहारीवाजपेयीनेकहाथाकिइससमयइंदिरागांधीहीनेताहैं,सारादेशउनकेहीसाथहै।

निंदकभुखमरीकीबेजाआशंकाखड़ीकररहेहैं,जबकिदेशमेंअन्नभंडारलबालबहै

केंद्रकीआलोचनाकाएकविषयअर्थव्यवस्थाभीहै।कुछदलसरकारपरअर्थव्यवस्थाध्वस्तकरनेकाआरोपलगातेहुएआयबढ़ानेवालीनीतियोंकाभीविरोधकररहेहैं।राज्योंकेपासशराब,डीजल-पेट्रोलकीबिक्रीपरकरलगानाहीआयकामुख्यसाधनहै।इसकीआलोचनाबेमतलबहै।कौटिल्यनेअर्थशास्त्र(अध्याय2)मेंलिखाहैअकस्मातअर्थसंकटहोजानेपरतत्कालकोषसंचयकरनाचाहिए।आजमहामारीमेंकरोड़ोंकाव्ययहोरहाहै।आर्थिक गतिविधियांठपहैं।राजकोषबढ़ानेकीजरूरतहै।रोजगारकेअवसरभीबढ़ानेहोंगे।निंदकभुखमरीकीबेजाआशंकाखड़ीकररहेहैं,जबकिदेशमेंअन्नभंडारलबालबहै।

दलतंत्रकोइसभयानकमहामारीसेसबकसीखनाचाहिए

आपदाकेसमयआक्रामकनिंदानहींतथ्यपरकसुझावोंकामहत्वहोताहै,लेकिनदलतंत्रभयानकमहामारीसेकोईसबकसीखतानहींदिखता।जबसमाजकेसभीवर्गअतिरिक्तसंवेदनशीलहैं,तबभीहमाराराजनीतिकअधिष्ठानऔचित्यहीनटिप्पणियोंपरआमादाहै।

सोशलमीडियाकेमंचपरलोगोंकेमनपरआहतमानवताकीपीड़ाकाकोईप्रभावनहींपड़ा

जहांसमाजकाव्यक्तित्वअतिरिक्तसंवेदनशीलरूपमेंप्रकटहुआहैवहींसोशलमीडियामेंशब्द-अपशब्दकाअंतरऔरश्लील-अश्लीलकीविभाजनरेखासमाप्तहोगईहै।अफवाहेंतेजरफ्तारहैं।वेलॉकडाउनअनुशासनमेंबाधाहैं।आश्चर्यहैकिइसमहामंचपरसक्रियतमामलोगोंकेमनपरआहतमानवताकीपीड़ाकाकोईप्रभावनहींपड़ा।उन्होंनेगृहमंत्रीअमितशाहकीबीमारीकीअफवाहतकफैलाडाली।समाजचिंतकोंकोइसप्रवृत्तिकेहतोत्साहनकेलिएसक्रियहोनाचाहिए।

आपदाएंकष्टदेतीहैं,जीवनछीनतीहैं,लेकिनवेतमामअनुभवभीदेतीहैं

आपदाएंकष्टदेतीहैं।जीवनछीनतीहैं,लेकिनवेतमामअनुभवभीदेतीहैं।संप्रतिएकनईसामाजिकव्यवस्थाआकारलेरहीहै।पंथिकजलसोंकीभीड़कमहोरहीहै।सामाजिकशिष्टाचारबदलरहेहैं।स्वच्छतानयाजीवनमूल्यहोरहीहै।

गांवोंकीतुलनामेंनगरोंमेंरहनेकाआकर्षणघटा,वहां महामारीकाप्रकोपकमहै

गांवोंकीतुलनामेंनगरोंमेंरहनेकाआकर्षणघटाहै।गांवोंमेंमहामारीकाप्रकोपकमहै।महामारीनेरोगनिरोधकक्षमताकाप्राचीनभारतीयप्रतीकदोहरायाहै।आधुनिकतावादीभीतुलसी,गिलोयकाकाढ़ापीरहेहैं।सामाजिकपरिवर्तनकाकामप्राय:जनअभियानऔरआंदोलनोंसेहोताथा।महामारीनेसमाजकाआत्मरूपांतरणकियाहै।

धरतीऔरआकाशकीगंगाप्रत्यक्षधवलहै,वायुशुद्धहोगई

धरतीऔरआकाशकीगंगाप्रत्यक्षधवलहै।वायुशुद्धहोगईहै।ऐसीउपलब्धियांसंजोनेयोग्यहैं।मृत्युयाजीवनमेंएककाचयनहीविकल्पहै।आनंदमगनजीवनकेलिएनईसमाजव्यवस्थाकासुस्वागतजरूरीहै।

(लेखकउत्तरप्रदेशविधानसभाकेअध्यक्षहैं)

By Edwards