जागरणसंवाददाता,मऊ:जिलामहिलाचिकित्सालयकीलिफ्टतकनीकीखराबीकेचलतेपिछलेएकसप्ताहसेखराबहोगईहै।इसकीवजहसेमरीजोंवउनकेपरिजनोंकोकाफीपरेशानियोंकासामनाकरनापड़रहाहै।गर्भवतीमहिलाओंवउनकेपरिजनोंकोसीढ़ीसेहोकरचारतलकीदूरीतयकरनीपड़रहीहै।खासकरदिव्यांगमहिलाओंकोज्यादादिक्कतहोरहीहै।महिलाअस्पतालमेंकिसीभीतलपरजानेकेलिएसीढ़ीनहींबनाईगईहै।इसकेलिएस्ट्रेचरलेजानेकेलिएस्लोपबनाहुआहै।इसीकेसहारेलोगप्रथमतलसेलेकरचतुर्थतलतकपहुंचरहेहैं।महिलाअस्पतालचारतलतकबनाहुआहै।इसकेलिएविभागकीतरफसेमरीजोंकीसहूलियतकेलिएदोलिफ्टबनाईगईहै।इसीलिफ्टसेलोगआते-जातेहैं।यहीनहींचतुर्थतलपरवनस्टापसेंटरभीचलताहै।यहांकेअधिकारीवकर्मचारीभीआते-जातेहैं।ऐसेमेंलिफ्टखराबहोनेकीवजहसेकाफीमुश्किलसेलोगऊपरपहुंचरहेहैं।मरीजकोकिसीडाक्टरकोदिखानाहैतोदूसरेतलपरवहहांफतेहुएकिसीतरहपहुंचरहाहै।लगातारएकसप्ताहसेलोगपरेशानहैंलेकिनइसेअभीतकनहींठीककियागया।----------------लिफ्टतकनीशियनसेमोबाइलपरबातहुईहै।दोबारबातकरनेकेबावजूदवहठीकनहींकियाहै।ऐसेमेंजल्दहीविभागकोलिखकरइसेठीककरवायाजाएगा।लिफ्टबंदहोनेसेमरीजवउनकेपरिजनोंकोपरेशानीहोरहीहै।--डा.चंदासिन्हा,सीएमएसमहिलाअस्पताल।

By Elliott