संस,हाथरस:श्रीरामलीलामहोत्सवकेतहतरविवारकोलक्ष्मणशक्तिलीलाकामंचनकियागया।इसमेंवृंदावनकेकलाकारोंनेअनूठेमंचनसेदर्शकोंकोभावुककरदिया।दर्शकोंकीआंखेंभरआईं।
आचार्यकृष्णमुरारीव्यासबतातेहैंकिलाखसमझानेकेबादभीरावणमांजानकीकोसम्मानसहितवापसकरनेकेलिएकतईतैयारनहींहोताहै।मजबूरनप्रभुरामकोयुद्धभूमिमेंउतरनापड़ताहै।युद्वकेदौरानमेघनादलक्ष्मणकोअमोघशक्तिसेघायलकरदेताहै।लक्ष्मणजबआंखनहींखोलतेतोरामउन्हेगोदमेंलेकरविलापकरनेलगतेहैं।लंकासेलाएगएवैद्यसुषेनलक्ष्मणकोजीवितकरनेकाउपायसंजीवनीबूटीबताताहैजोहिमगिरिपरहै।यहांश्रीरामकेविलापसेहरकिसीकीआंखेंभरआईं।श्रीरामकोरोतेदेखवानरसेनाभीदुखीथी।यमुनामेंनहातेसमयनंद
कोपकड़लेगएगुप्तचर
रामलीलाबाड़ेमेंरविवारकोरासलीलामेंवरुणलीलाकामंचनकलाकारोंनेकिया।लीलाकेबारेमेंबतातेहुएकृष्णमुरारीव्यासबतातेहैंकिवरुणजलकेदेवताहैं।वरुणअपनेगुप्तचरोंकोबुलाकरकहतेहैंकितुमसभीनदियोंपरजाकरनिगरानीरखो।ब्रह्ममुहूर्तसेपूर्वकोईभीनदीमेंस्नानकरतेहुएमिलेतोउसेपकड़करलेआना।सुबहकेसमयभूलवशनंदबाबायमुनामेंस्नानकरनेकेलिएजैसेहीघुसतेहैंवैसेहीउन्हेपकड़करगुप्तचरउन्हेवरुणदेवकेपासलेजातेहैं।परिचयबतानेपरवरुणकहतेहैंकितुमवाकईकृष्ण-बलदाऊकेपिताहोतोवहतुम्हेछुड़ानेअवश्यआएंगे।उसकेबादपतालगतेहीकृ़ष्णवरुणकेपासजातेहैं।उनकेसाक्षातदर्शनकरतेहुएवरुणनंदबाबाकोमुक्तकरदेतेहैं।
सेवाभारतीनेकिया201कन्याओंकापूजन
संस,हाथरस:सेवाभारतीकेतत्वावधानमेंशहरमेंसंचालितबालसंस्कारकेद्रोंकी201कन्याओंकापूजनकियागया।इसकार्यक्रमकाआयोजनसेवाभारतीकेरमनपुरस्थितकार्यालयपरकियागया।इसमेंसंस्कारशालाकेदोसत्रोंकाभीआयोजनकियागया।
कार्यक्रमकाशुभारंभसंस्कारशालाकेदोसत्रोंकेसाथकियागया।इसकेप्रथमसत्रमेंसमवेतराष्ट्रीयगीत,ओममंत्र,गायत्रीमंत्रआदिकाअभ्यासकरायागया।वहींद्वितीयसत्रमेंराष्ट्रभाव,स्वच्छता,अनुशासन,प्लास्टिकबहिष्कारजागरूकताकाज्ञानकरायागया।इसमेंसंरक्षकशिवकुमारशर्मावनगरअध्यक्षमदनमाहेश्वरीनेबच्चोंकामार्गदर्शनकिया।कन्यापूजनकेसहयोगीदंपतीसुभाषचंदवस्नेहगर्गनेतिलककेसाथभोगलगातेहुएकन्याओंकादक्षिणाभीप्रदानकी।इसमेंरोटरीक्लबकेपदाधिकारियोंनेक्लबकीओरसेप्रायोजितसामान्यज्ञानप्रतियोगिताकीविजेताओंकोसम्मानितकिया।इनमेंस्नेहाकुमारप्रथम,पूजाद्वितीयवसंजनातृतीयस्थानपररहीं।रोटरीक्लबआफहाथरसगोल्डकेअध्यक्षडॉ.एमसीगुप्तावउनकीपत्नीकेअलावाललितकिशोर,डॉ.महेंद्रकुमारशर्मा,भंवरसिंह,गोपालप्रसादमिश्रा,अनिलअग्रवाल,कौशलकिशोरगौतम,रिशीकुमार,रामचंदनरूलाआदिमौजूदथे।