संवादसूत्र,रजौली(नवादा)।पूरेक्षेत्रमेंमहाशिवरात्रिपरभक्‍तोंकासैलाबउमड़रहावैदिकधर्मगुरुपंडितवेदमूर्तिशास्त्रीनेकहाकिभगवानशिवकोमहादेवकेनामसेभीजानाजाताहै।महादेवहिंदूधर्मकेप्रमुखदेवताओंमेंसेएकहैं।महाशिवरात्रिभारतीयहिंदूकैलेंडरकेअनुसारफाल्गुनकेमहीनेमेंत्रयोदशीवचतुर्दशीयुक्तआतीहै,तबमहाशिवरात्रिमहापर्वमनायाजाताहै।इसदिनमहादेवभक्तप्रार्थना,पूजा,उपवास,रूद्राभिषेकआदिकरमहादेवकीअनंतकृपाप्राप्तकरतेहैं।पूरीरातजागनेकाभीविधानहै।शिवभक्तअपनेआसपड़ोसकेमंदिरोंमेंजातेहैंजलाभिषेककरकेशिवकोप्रसन्नकरतेहैं।इसदिनकाज्योतिर्लिंगकादर्शनसेविशेषपुण्यमिलताहै।

ऐसेकरेंपूजापाठ

महाशिवरात्रिसेएकदिनपहलेशुद्धसात्विकआहारवएकबारभोजनबारभोजनकरनेकाविधानबतायागयाहै।जोघरमेंहीरूद्राभिषेकशिवपूजनकरतेहैं,वेसांयकालीनपूजाकेलिएपूजास्थलपरशिवलिंगस्थापितकरें।स्फटिकयापारदयाफिरआपइसकेलिएचीकनीमिट्टीकाउपयोगकरकेएकअस्थायीशिवलिंगमभीबनासकतेहैं।शिवमहापुराणमेंचारप्रहरकीपूजाविशेषफलदायीबतायागयाहै।शिवलिंगकोआकारदेनेकेबाददूध,गुलाबजल,चंदनकालेप,दही,शहद,घी,चीनीऔरजलचढ़ाकरअनुष्ठानकरें।शिवलिंगपरबिल्वपत्रकीमालाचढ़ाएंऔरफिरचंदनयाकुमकुमलगाएंऔरभगवानशिवकोधूप-दीपादिखाएंआपमंदारपुष्पभीचढ़ासकतेहैं।शिवरात्रिपरनंदी(बैल)कोहराचाराखिलाएं।इससेजीवनमेंसुख-समृद्धिआएगीऔरपरेशानियोंकाअंतहोगा।शिवरात्रिपरभगवानशिवकोतिलवजौचढ़ाएं।तिलचढ़ानेसेपापोंकानाशवजौचढ़ानेसेसुखमेंवृद्धिहोतीहै।अगरविवाहमेंअड़चनआरहीहैतोशिवरात्रिकेदिनशिवलिंगपरकेसरमिलाकरदूधचढ़ाएं।

शिवपूजनकरनेकाप्रथमप्रहरशुभमुहूर्त

प्रथमप्रहरशाम6:21बजेसेरात8:27बजेतक।

दूसराप्रहररात8:27बजेसे10:33बजेतक।

तीसराप्रहररात्रि10:41से1:27बजेतक।

चतुर्थप्रहररात्रि2:39बजेसेसुबह4:45बजेेतकहै।

व्रतपारणकासमय-सुबह5:47से6:45तक।

By Evans