सीतामढ़ी।बाजपट्टीप्रखंडकार्यालयपरिसरमेंमंगलाधाममंदिरस्थितहै।जहांशक्तिकीदेवीउत्तरमुखीमंगलाकालीकीप्रतिमास्थापितहै।कहतेहैं,श्रद्धाऔरविश्वासकेसाथजोभीव्यक्तियहांआतेहैंउनकीहरमनोकामनाएंपूरीहोतीहैं।मंगलाकालीकीप्रतिमाकेसाथयहांगायत्रीमाता,सरस्वतीदेवी,भारतमातासमेतकईदेवियोंकीप्रतिमास्थापितकीगईहै।मंदिरकाइतिहास:यहांपहलेमहावीरस्टेटनानपुरकाश्मशानघाटथा।कालांतरमेंप्रखंडकार्यालयकानिर्माणहुआ।महावीरस्टेटद्वारादानमेंदीगईजमीनपरश्मशानघाटहै।श्मशानघाटकेअलावाजमीनपरप्रखंडकार्यालयसंचालितहोरहाथा।प्रखंडकार्यालयपरिसरकेदक्षिणीपूर्वीकोनेपरपंचवृक्षथा।जहांलोगपूजाअर्चनाकरनेपहुंचतेथे।लोगोंकीआस्थाऔरग्रामीणोंकाउत्साहकोदेखतेहुए70केदशकमेंतत्कालीनबीडीओउमाशंकरगुप्ता,सीओशिवरतनपासवानतथापशुपालनपदाधिकारीसीपीएनसिंहनेग्रामीणोंकीमददसेमंदिरकानिर्माणकार्यशुरूकराया।दोवर्षोंमेंनिर्माणपूर्णहोगया।समयबीततागयाऔर80केदशकमेंतत्कालीनबीडीओवडॉ.सीपीएनसिंहनेलोगोंकीमददसेध्वस्तहोरहेमंदिरकेस्थानपरभव्यमंदिरकानिर्माणकराया।जहांमंगलाकालीकेसाथहीअन्यदेवी-देवताओंकीप्रतिमास्थापितकराईगई।90केदशकमेंबीडीओस्व.रामायणप्रसादनेभीमंदिरकेविकासमेंयोगदानदिया।कालांतरमेंमंगलाकालीकेगहवरमेंपंचमहाशक्तिकीस्थापनाकीगई।अबइसमंदिरमें31प्रतिमाएंस्थापितहोचुकीहैं।विशेषता::

श्मशानमेंनिर्मितआस्थाकेइसकेंद्रकीप्रसिद्धिदूर-दूरतकहै।मंगलाकालीकामुखउत्तरदिशाकीओरहै।मंदिरकेउत्तरकरीबदोसौगजकीदूरीपरसीतामढ़ी-पुपरीमुख्यमार्गऔरमार्गसेसटेहीअधवारानदीबहतीहै।यहांप्रत्येकमाहअमावस्याकोनिशापूजाएवंहवनकाआयोजनकियाजाताहै।यहांआनेवालेभक्तोंकेलिएकुछभीवर्जितनहींहै।वर्षमेंहोनेवालेचारविशेषनवरात्र,महाशिवरात्री,रामनवमी,विवाहपंचमी,सरस्वतीपूजा,दीपावली,कालीपूजा,गणेशचतुर्थी,विश्वकर्मापूजाकेअवसरपरविशेषपूजाकाआयोजनकियाजाताहै।नियमितरूपसेप्रत्येकमंगलवारएवंशनिवारकोमहाआरतीतथाप्रत्येकसोमवार,बुधवारवशुक्रवारकोदेवीकोघीस्नानकरायाजाताहै।

कोटमंदिरकेप्रतिलोगोंकीआस्थायहांकीसबसेबड़ीशक्तिहै।यहांपरपहुंचनेवालोंकीमनोकामनापूरीहोतीहै।जिसप्रकारमांसेमिलनेकेलिएपुत्रकिसीभीअवस्थामेंआतेहैंठीकउसीप्रकारयहांमाताकेदरबारमेंआनेकेलिएभक्तोंपरकोईपाबंदीनहींहै।यहांकोईजाति,धर्मएवंपंथकाबंधननहींहै।सुबह-शामपूजा-अर्चनावआरतीकेसाथहीमहाआरतीवअमावस्याकोनिशापूजाकीजातीहै।

-----पं.कृष्णकुमारझा,मुख्यपुजारी,मंगलाधाम।कोट

मंदिरकीव्यवस्थास्थानीयलोगोंकीसहायतासेचलतीहै।माताकीकृपासेकोईकमीनहींरहतीहै।विशेषआयोजनमेंस्थानीयलोगोंकेअलावादूर-दूरसेआनेवालेभक्तभागलेतेहैं।लोगोंमेंमंदिरकेप्रतिअसीमआस्थाऔरविश्वासहै।माताकीकृपाहैकिकरीब10वर्षोंसेअखंडदीपजलरहाहै।मंदिरकाविकासभीदिनोंदिनहोरहाहै।

----वाल्मीकिप्रसाद,संरक्षक,मंगलाधाम।

By Farrell