आगरा,प्रभजोतकौर।सरकारनेकोविडकेकारणअनाथहुएबच्चोंकीजिम्मेदारीलेनेकीघोषणाकीहै।इसखबरसेताजनगरीके13बच्चेकाफीमायूसहुएहैं।इन13बच्चोंकेमाता-पिताकीमौतकोविडसेनहींबल्किअन्यबीमारियोंयाएक्सीडेंटसेहुईहै।सालोंसेप्रशासनिकमददकीगुहारलगारहेयहबच्चेसरकारसेसवालपूछरहेहैंकिउनकेलिएअभीतककोईघोषणाक्योंनहींकीगईहै?
लोहामंडीकेराजनगरक्षेत्रमेंचारभाई-बहनरहतेहैं।लड़का17औरलड़कियांक्रमश15,13व11सालकीहैं।बच्चोंकोयादनहींहैकिपिताकामौतकैसेहुई।मांघरोंमेंझाड़ू-पोछाकरतीथी,टीबीसे2015मेंउसकीमौतहोगई।कुछसमयतकआसपासकेलोगमददकरतेरहे,लेकिनअबयहबच्चेअपनेजीवनकेलिएखुदहीसंघर्षकररहेहैं।लड़कापिछलेएकसालसेएकजूताफैक्ट्रीमेंकामसीखरहाहैलेकिनकोरोनाकेकारणस्थितियांकाफीखराबहैं।
देवरीरोडकेनगलाजस्सामेंतीनबहनेंरहतीहैं,जिनकीउम्रक्रमश:16,14व12सालहै।एकछोटाभाईदससालकाहै।2019मेंपिताकीमौतकैंसरसेहुई,उसीसालमांकीमौतटीबीसेहुईथी।रिश्तेदारोंनेलड़कियोंकीशादीजबरदस्तीकरवानाचाही,लेकिनकुछजागरूकलोगोंकेकारणशादीरोकदीगई।बच्चोंकेपिताजूतेकाकामकरतेथे।प्रधानमंत्रीआवासयोजनामेंमकानबनवारहेथे,जोअबअधूराहै।पिताकीमौतकेबादराष्ट्रीयपारिवारिकलाभयोजनाकेअंतर्गत30हजाररुपयेमिलेतोबच्चोंकामामालेकरगायबहोगया।वर्तमानमेंदोबड़ीलड़कियांअपनेघरपरजूतेकेअपरसिलरहीहैं।दोनोंमिलकरमहीनेकाहजाररुपयेकमारहीहैं।
आगराकैंटरेलवेकालोनीमेंएकझोपड़ीमेंभाई-बहनरहतेहैं।लड़केकीउम्र17वलड़की15सालकीहै।मांघरोंमेंझाड़ू-पोछाऔरमजदूरीकरतीथी।दोसालपहलेएकट्रकनेमांकोकुचलदियाथा।पिताकीमौतकईसालपहलेहीहोचुकीथी।जिससमयमांकीमौतहुईलड़केनेहाईस्कूलपासकियाथा,लड़कीनौंवीमेंआईथी।समाजसेवियोंकेआग्रहपरअबइनदोनोंबच्चोंकीफीसस्कूलसेमाफहोचुकीहै।लड़काकारपेंटरकीदुकानपरकामसीखरहाथा,परकोरोनाकेकारणकामबंदहै।
इसीसालआवासविकासकालोनीकेसेक्टरसातमेंतीनबच्चियोंकेपितानेउनकीमांकीहत्याकरदीथी।दोजुड़वालड़कियांदससालकीहैंऔरएकलड़कीआठसालकीहैं।पिताकोजेलहोगई,बच्चियांअपनेनानाकेसाथरहनेलगीं।नानाबिजलीकाकामकरतेथे,जोकोरोनाकालमेंबंदहोगया।बच्चियोंकेनानानेअबउनकीपरवरिशकरनेमेंअसमर्थताजताईहै।
साथरहनाचाहतेहैंभाई-बहन
इनसभीबच्चोंनेराजकीयबालगृहयाशिशुसदनजानेसेमनाकरदियाक्योंकिसभीएकसाथरहनाचाहतेहैं।उन्हेंडरहैकिभाई-बहनबिछड़जाएंगे।
सालोंसेप्रशासनिकमददकेलिएहरतरफगुहारलगारहाहूं,परस्थायीमददनहींहोपाईहै।कुछलोगोंकेसहयोगसेबच्चोंकीमददकरतारहताहूंपरयहसमस्याकास्थाईहलनहींहै।
-नरेशपारस,समाजसेवी