प्रदीपद्विवेदी,बांदा:परिषदीयविद्यालयोंमेंसिर्फगरीबपरिवारकेबच्चेहीपढ़रहेहैं।आखिरइसअवधारणकोशिक्षकनिशांतकेजुनूननेबदलदिया।अपनीपूंजीलगाकरउन्होंनेविद्यालयकोसभीअत्याधुनिकसुविधाओंसेलैसकिया।पठन-पाठनकीव्यवस्थाहाईटेककी।बागवानीलगाकरयहांआकर्षणबढ़ाया।उनकेसाथीशिक्षकोंनेभीपूरासहयोगकिया।इसमॉडलविद्यालयमेंअमीर-गरीबसभीवर्गकेबच्चेपढ़रहेहैं।
मंडलमुख्यालयसेचंदकदमदूरबड़ोखरखुर्दब्लाककेपूर्वमाध्यमिकविद्यालयचहितारामेंप्रधानाध्यापकनिशांतचौरसियाकीलगनऔरमेहनतकेअभिभावकहीनहींअधिकारीभीकायलहैं।एकतरफपरिषदीयस्कूलोंकेशिक्षकशासनसेमिलनेवालीसुविधाओंवधनराशिकोठिकानेलगानेमेंपीछेनहींरहते,वहींयहांकेशिक्षकोंनेइसव्यवस्थाकोआइनादिखायाहै।तीनसालपूर्वनिशांतनेयहांचार्जसंभालाथा।तबविद्यालयमेंअव्यवस्थाओंकाबोलाबालाथा।बच्चोंकीसंख्या70केआसपासथी।लेकिनउन्होंनेविद्यालयकोमॉडलबनानेकीठानीतोमुकामतकपहुंचाया।उन्होंनेएकखुदकेवेतनसेविद्यालयमेंपेयजल,शौचालय,चहारदीवारीसहितबागवानीकीव्यवस्थाकी।बादमेंइसमुहिममेंउनकेसाथीशिक्षकभीशामिलहोगए।अधिकारियोंकेयहांदौडभागकरविद्यालयमेंलाइटफिटिग,पंखेवट्यूबलाइटलगवाए।प्रधानकेसहयोगसेटाइल्सलगवाए।गैसचूल्हेमेंमैन्युकेआधारपरहररोजभोजनबनायाजारहाहै।बच्चोंकोथाली-गिलासमेंभोजनदियाजारहाहै।बच्चोंपुस्तकालयवविज्ञानप्रयोगशालामेंज्ञानपढ़ारहेहैं।खेलकूदकीसभीसामग्रीमौजूदहै।उनकेप्रयाससेविद्यालयकेबच्चोंनेब्लाकसेलेकरमंडलस्तरपरखेलकूदमेंमेडलहासिलकिए।निशांतखुदकेपैसेसेबच्चोंकोहरवर्षटाई-बेल्टऔरआइकार्डउपलब्धकरातेहैं।खासबातयहहैकिवहमाहमेंदोबारअभिभावकोंकेसाथबैठककरसुझावलेतेहैं।
छात्राएंव्यवसायिकशिक्षामेंहोरहींदक्ष:
प्रधानाध्यापकविद्यालयमेंसिलाईमशीनकीव्यवस्थाकरबालिकाओंकोआत्मनिर्भरबनानेकेलिएसिलाईआदिकीव्यवसायिकशिक्षादेरहेहैं।विद्यालयकीकोईभीछात्राहोअंग्रेजीमेंदक्षहैं।साथहीउन्हेंआचारवघरेलूसाज-सज्जाकीभीजानकारीदीजारहीहै।स्कूलमेंबच्चोंकोप्रतिदिनयोगासिखायाजारहाहै।
विद्यालयकीस्थिति:
कुलछात्र-छात्राएं:162
अध्यापकसंख्या:5
तैनातअनुदेशक:2
-पूर्वमाध्यमिकविद्यालय,चहितारापरिषदीयस्कूलोंकेलिएप्रेरणास्त्रोतसेकमनहींहै।यहांपठन-पाठनकीव्यवस्थाकेसाथशैक्षिकमाहौलभीबेहतरहै।इसमॉडलकोअन्यविद्यालयोंकोभीअपनानाचाहिए।
-विनोदसिंह,डीआइओएस,बांदा