नाहन,जागरणसंवाददाता।जिलासिरमौरकेमैदानीक्षेत्रोंमेंजैसेजैसेगर्मीबढ़रहीहै।वैसेहीपानीकेसूत्रभीसूखनेकीकगारपरपहुंचगएहैं।जिलासिरमौरकीमुख्यनदियोंसहितअन्यनालोंमेंजलस्तरलगातारघटरहाहै।पांवटासाहिबउपमंडलकेशिक्षाखंडमाजराकेतहतआनेवालेनौरंगाबादस्कूलकेछात्रोंनेपक्षियोंकीप्यासबुझानेकेलिएपेड़ोंपरबेकारडिब्बोंतथाबोतलोंकोकाटकरउनमेंपानीभरकररखनाशुरूकरदियाहै।जिलासिरमौरकेनिचलेक्षेत्रोंमेंभारीसंख्यामेंजंगलीजानवरवपक्षीपानीकीतलाशमेंभटकतेरहतेहैं।स्कूलकेबेलवालीइकोक्लबसेजुड़ेछात्रोंनेपक्षियोंकोपानीकीसमस्यासेनिजातदिलानेकेलिएस्कूलवघरोंतथाआसपासव्यर्थपड़ीबोतलोंकोऊपरसेकाटकरउन्हेंधागेमेंबांधकरपानीसेभरकरपेड़ोंपरलटकायाहै।यहकार्यस्कूलकेमुख्यअध्यापकसंजीवअत्रीकेमार्गदर्शनमेंकियाजारहाहै।
बेलवालीइकोक्लबसेजुड़ेछात्रोंनेअभीतक50पानीकीबोतलोंकोअलग-अलगपेड़ोंपरलटकायाहै।विद्यालयकेआसपासकेपेड़ोंपरइनबोतलोंसेपक्षीपानीपीकरअपनीप्यासबुझारहेहैं।छात्रोंकालक्ष्य250ऐसेहीपानीकेबोतलेबनाकरपेड़ोंमेंलटकानेकाहै।ताकिगर्मियोंमेंपक्षियोंकोपानीमिलसकेतथाप्रतिदिनइनबोतलोंमेंपानीभरनेकीजिम्मेवारीइकोक्लबसेजुड़ेछात्रोंकीहै।वहप्रतिदिनस्कूलपहुंचकरसबसेपहलेइनबोतलोंमेंपानीभरतेहैं।इकोक्लबसेजुड़ेछात्रजाकिर,आशीष,समीर,सद्दामवराधिकाआदिनेयहपानीकीबोतलेंकाटकरपेड़ोंपरलटकाहीहैं।नौरंगाबादस्कूलकेसमीपबहनेवालेबेलवालीनदीकापानीसूखनेलगपड़ाहै।वहांपरआनेवालेपक्षीप्याससेउधरइधरभटकतेथे,तोइकोक्लबकेछात्रोंनेमुख्यअध्यापककेमार्गदर्शनमेंपक्षियोंकीप्यासबुझानेकानिर्णयलिया।अबप्रतिदिनइनबोतलोंकोक्लबकेसदस्योंद्वारापानीभराजाताहै।