छठीसेपढ़ाईशुरूहोनेकेपहलेदिन8फरवरीकोभास्करनेएकमिड्लस्कूलसेबच्चोंकोअनाजदेकरलौटातेहुएदिखाया,दूसरेमेंबच्चोंकोजमीनपरबैठाकरपढ़ातेहुएदिखाया।आजएकऐसास्कूलसामनेलारहेहैं,जहांआपजाएंगेतो‘शिक्षाकामंदिर’फीलहोगा।राजकीयप्राथमिकविद्यालयदुजरामेंपांचवींतककीपढ़ाईहोतीहै,जोसरकारनेअभीशुरूनहींकराईहै।कोरोनाकेकारण335दिनोंसेबच्चेनहींआरहे,मगरयहप्राथमिकविद्यालयखुलरहाहै।मास्टरसाहबप्रार्थनाकरतेहैं।हेडमास्टरसाहबखुददेशभक्तिगीतबजातेहैं।15अगस्तभीमना,26जनवरीभी।गजब!

रघुपतिराघवराजाराम…सुनकरअंदरपहुंचेहम

गांधीमैदान-कुर्जीरोडपरस्थितराजकीयप्राथमिकविद्यालयदुजरापहुंचतेहीहरकिसीकेकदमठहरजातेहैं।सुबहयहीकोईसवा10कावक्तथा,लाउडस्पीकरसेआरही'रघुपतिराघवराजाराम…'कीधुननेभास्कररिपोर्टरकेकदमभीरोकदिए।नकोईपर्व,नकोईविशेषअवसर,स्कूलबंद,फिरभीस्कूलमेंबजरहेगानेकोसुनकररिपोर्टरगेटकेअंदरपहुंचा।गेटकेअंदरपहुंचतेही'शिक्षाकेमंदिर'जैसाफीलहुआ।साफ-सफाईतोऐसीदिखी,जैसेकिसीVIPकाकार्यक्रमहो।बरामदेमेंचमकीलेझालरोंकेसाथदीवारोंकोमहापुरुषोंकीआकर्षकतस्वीरोंसेसजायागयाथा।गेटपरहीरसोईयामोहम्मदमाहताबमिलगए।पूछनेपरबताया-कोईनिरीक्षणयाकार्यक्रमनहींहै।यहविद्याकामंदिरहैऔरहमरोजमिलकरयहांपूजा-इबादतकरतेहैं।यहजानकरऐसीनजीरपेशकरनेवालेप्रधानाध्यापकसेमिलनेकीइच्छाहुई।

खुदकोमानतेहैंविद्याकेमंदिरकापुजारी

प्रधानाध्यापकबी.सावअपनेकक्षमेंमोबाइलकोलाउडस्पीकरजोड़कर'रघुपतिराघवराजाराम…'बजारहेथे।दैनिकभास्करसेबातचीतमेंउन्होंनेकहाकिविद्यालयशिक्षाकामंदिरहैऔरवहउसकेपुजारीहैं।प्रधानाध्यापककाकहनाहैकिकोरोनाकेकारण13मार्चसेस्कूलबंदहोगया।डेढ़माहतकतोवहघररहे,लेकिनमईमेंफिरस्कूलआनेलगे।सरकारनेस्कूलखोलनेकाआदेशनहींदियाथाऔरनाहीबच्चोंकोहीबुलायागया।जिसतरहसेमंदिरमेंभगवानकाभोगलगताहै,पूजाहोतीहै,ठीकउसीतरहमई2020सेहमलगातारस्कूलआकरसाफ-सफाईवप्रार्थनाकरतेहैं।

स्वेच्छासेआतेहैंटीचर,लगातेहैंहाजिरी

राजकीयप्राथमिकविद्यालयदुजराकेप्रधानाध्यापकबी.सावनेबतायाकिस्कूलमेंदोटीचरबालेश्वरऔरशमानाजहैं।गुड़ियाऔरमाहताबरसोइयाहैं।हरदिनसभीस्कूलआतेहैं।रोजहाजिरीबनातेहैं,फिरसामान्यदिनोंकीतरहस्कूलकेचारोंकमरेकीसाफ-सफाईहोतीहै।फिरप्रार्थनाहोतीहैऔरलाउडस्पीकरपरदेशभक्तिगीतबजाएजातेहैं।प्रधानाचार्यकाकहनाहैकिसुबह10सेशाम4बजेतकस्कूलमेंबैठकहोतीहैऔरआपसमेंशिक्षावशिक्षाकेविकासपरभीबातहोतीहै।

हरदिनब्लैकबोर्डपरलिखाजाताहै‘आजकाविचार’

राजकीयप्राथमिकविद्यालयमेंचारकमरेहैं।इनकमरों,कुर्सीऔरबेंचकीइसतरहसफाईकराईजातीहै,जैसेप्राइवेटस्कूलोंमेंहोतीहै।प्रधानाचार्यकेपासएककमरेकोविशेषरूपसेसजायागयाहै,जहांहरदिनतारीखकेसाथ‘आजकाविचार’लिखाजाताहै।इसमेंसंबंधिततिथिकाइतिहासऔरकोईनकोईप्रेरकविचारखुदप्रधानाचार्यहीलिखतेहैं।

प्राथमिकसेमिडिलकरानाचाहतेहैंस्कूल

इलाकेकेशैलेंद्रसिंहबतातेहैंकियहस्कूलतोनजीरहै।हमेगर्वहोताहैकिप्राइवेटस्कूलोंकीभीड़मेंऐसेभीस्कूलहैं,जहांविद्यालयकोमंदिरमानाजाताहै।साफ-सफाईकेसाथस्कूलकीव्यवस्थाकेलिएप्रधानाचार्यकेजज्बेकोहरकोईसलामकरताहै।मोहल्लेकेरामकेवलरायकाकहनाहैकिसुबहजबलाउडस्पीकरपरदेशभक्तिगानाबजताहैतोअच्छालगताहै।बच्चेस्कूलनहींजातेहैं,लेकिनप्रधानाचार्यफोनकरकेबच्चोंकोघरपरहीपढ़ाईकेलिएमोटीवेटकरतेहैं।यहअच्छालगताहै।मोहल्लेवालोंकाकहनाहैकिअगरस्कूलकोप्राथमिकसेमिडिलकरदियाजातातोयहांकेबच्चोंकेलिएऔरअच्छाहोजाएगा।

काश!हरविद्यालयमेंहोंऐसेटीचर

सरकारीविद्यालयोंकानामआतेहीवहांकीव्यवस्थाआंखोंकेसामनेआजातीहै।लेकिनयहतस्वीरराजकीयप्राथमिकविद्यालयदुजराकेटीचरोंनेबदलदीहै।अगरऐसेहीटीचरसभीसरकारीस्कूलोंमेंतैनातहोजाएंतोपूरीव्यवस्थाहीबदलजाती।प्रधानाचार्यबी.सावऔरटीचरबालेश्वरवसमाकाकहनाहैकिवहहमेशाविद्यालयकोमॉडलबनानेकेलिएलगेरहतेहैं।स्कूलकेशौचालयऔरजलकीव्यवस्थासबअन्यविद्यालयोंसेअलगहै।यहांपढ़नेवालेबच्चेस्कूलसेभागतेनहीं,उपस्थितिअच्छीरहतीहै।बच्चोंकेअभिभावकभीकाफीखुशरहतेहैं।