नईदिल्ली[जागरणस्पेशल]।सर्दियांशुरूहोनेसेपहलेहीदिल्लीएनसीआरकीहवाखतरनाकस्तरपरप्रदुषितहोगईहै।आलमयेहैकिकेंद्रीयप्रदूषणनियंत्रणबोर्डनेसुबहसैरपरजानेवालोंकोऐसानकरनेकीसख्तहिदायतदीहै।इसमौसममेंबढ़तेप्रदुषणकीसबसेबड़ीवजहहवाकीगतिकाकमहोनाहोतीहै।ऐसेमेंगाडि़योंसेनिकलनेवालाधुआंवातावरणमेंऊपरनजाकरनिचलेस्तरपरजमाहोजाताहै।इसकेअलावाहवामेंमौजूदनमीकीवजहसेइसमेंधुएंसमेतधूलकेकणअधिकमात्रामेंबनेरहजातेहैं।ऐसेमेंहमेंअपनीआखोंकेसामनेधूलभराआसमानदिखाईदेताहै।इसहालतमेंआंखोंमेंजलनकेअलावा,सांसलेनेमेंकठिनाईसमेतकईसमस्याएंपैदाहोजातीहैं।इतनाहीनहींअधिकउम्रकेलोगोंकेलिएयहमौसमबेहदखतरनाकहोताहै।रातमेंनींदकानाआना,बेचैनीमहसूसकरना,सिरदर्दआदिकीशिकायतऐसेमेंबढ़जातीहै।अस्थमाकेमरीजोंकोभीऐसेमौसममेंमुश्किलोंसेदो-चारहोनापड़ताहै।
चौंकानेवालेहैंआंकड़ेआंकड़ेबतातेहैंकिभारतमेंजितनेलोगमलेरिया,एड्सऔरटीबीसमेतअन्यबीमारियोंसेनहींमरतेहैं,उससेकहींज्यादालोगप्रदूषणकीचपेटमेंआकरअपनीजानगंवादेतेहैं।लांसेटकमीशनऑनपॉल्यूशनएंडहैल्थकीरिपोर्ट-2015मेंयहांतककहागयाहैकिभारतमेंहरछहमेंसेएकमौतकीवजहप्रदूषणहोतीहै।रिपोर्टकेमुताबिकवर्ष2015मेंइसकीवजहसेकरीब25लाखलोगोंकीमौतहुईथी।इसीवर्षचीनमें18लाखलोगोंकीमौतकाकारणप्रदूषणथा।
प्रदूषणकेमामलेमें141वेंस्थानपरभारत यहांपरहमआपकोबतादेंकिवर्ल्डइकोनॉमिकफोरमकेसाथमिलकरयेलवकोलंबियायूनिवर्सिटीहरदूसरेसालपर्यावरणप्रदर्शनसूचकांकजारीकरतीहैं।इसमेंदेशोंकीपर्यावरणगुणवत्ताकोकईमानकोंपरमापाजाताहै।जुलाई,2016मेंजारीहुएपर्यावरणप्रदर्शनसूचकांकमें180देशोंमेंसेभारतको141वांस्थानमिला।कुल100अंकोंमेंसेभारतको53.58मिलेहैं।सभीब्रिक्सदेशोंमेंभारतकाप्रदर्शनसबसेनिराशाजनकरहा।ब्राजील46वें,रूस32वें,चीन109वेंऔरदक्षिणअफ्रीका81वेंस्थानपररहाथा।ऐसेमेंसबसेबड़ासवालअपनीसेहतकाध्यानरखनेकोहै।
स्वास्थ्यपरप्रदूषणकेदुष्प्रभावकोदेखतेहुएइससंबंधमेंगंगारामअस्पतालकेचेस्टमेडिसिनविभागकेवरिष्ठकंसल्टेंटडॉ.अरुपबसुकीयेहैआपकोसलाह:-
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