नईदिल्ली[आशीषसिंह]।अगरकुछकरगुजरनेकाजज्बामनमेंहोतोकिसीभीमुश्किलडगरकोपारपायाजासकताहै।यहकरदिखायाहैशास्त्रीनगरकीरहनेवालीरोजिनानेजोमहिलाओंकेसाथदिव्यांगलोगोंकोरोजगारदेकरसशक्तबनानेकाकार्यकररहीहैं।यहहौसलाबचपनमेंअनेकोंपरेशानीकाडटकरमुकाबलाकरनेसेआया।वहमहिलाओंकोप्रशिक्षणदेकरपरिवारचलानेकेलायकबनारहीहैं।वहमहिलाओंकोवोकेशनलट्रेनिंगमेंसिलाई,कढ़ाईवबुनाईसिखारहीहैं।
वहीं,पर्यावरणकोप्रदूषितहोनेसेबचानेलिएवहफूलोंसेअगरबत्तीवगुलालबनाकरआजीविकादेरहीहैं।
इसीतरहजोमहिलाएंघरसेबाहरआकरकार्यनहींकरसकतीउन्हेंघरपरहीपार्टटाइमकामभीउपलब्धकरवारहीहैं।इसतरहप्रत्येकमहिलाकोतीनसेसातहजाररुपयेमहीनेकीआयहोजातीहै।यहीनहींवहइनदिव्यांग,महिलाओंवइनकेबच्चोंकोपढ़ानेकाभीकार्यकररहीहैं।जिससेबच्चेशिक्षासेदूरनहोपाएं।
200सेअधिकमहिलाओंकोदियारोजगार
रोजिनाबतातीहैंकिपरिवारकीआर्थिकस्थितिठीकनहोनेकीवजहसेउन्हेंबीचमेंहीपढ़ाईछोड़नीपड़ी।लेकिन,हारनमानकरउन्होंनेइसमुश्किलसमयमेंअपनेआपकोमजूबतकिया।जिसकानतीजाआजसबकेसामनेहै।पहबतातीहैंकिदो-चारलोगोंसेकार्यशुरूकिया,वर्ष2019मेंपावहर(प्रोवाइडआपर्च्यूनिटीटूवीमेन,हैंडीकैपफारदएमपावरएंडरिहैबिलाइजेशन)संस्थाबनाई।वहअबतक200सेअधिकमहिलाओंकोरोजगारदेचुकीहैं।दिव्यांगोंकोभीइससेजोड़रहीहैं।
कईबारभूखापेटभीसोनापड़ा
वहखुदगरीबपरिवारसेआतीहै।रोजिनाबतातीहैंकिकईबारऐसेदिनभीदेखेजबघरपरकुछखानेकोनहींहोताथा।उनकीमांदूसरोंकेघरोंपरजाकरबर्तनधोतीथी।इसमुश्किलसमयमेंउन्होंनेपरिवारकीमददकरछोटेबच्चोंकोपढ़ायाऔरकढ़ाईकाकार्यकिया,जिससेआर्थिकस्थितिठीकहोनेकेबादउन्होंनेफिरसेपढ़ाईशुरूकीऔरउसकेबादउन्होंनेपीछेमुड़करनहींदेखा।