नईदिल्ली,प्रेट्र। पिछलेएकसालमेंरेलयात्राकेलिएऑनलाइनटिकटबुककरानेवालोंकीसंख्यामें12फीसदइजाफाहुआहै।शायदइसीसेप्रभावितहोकररेलवेनेऐसीव्यवस्थाकीहैजिसेयात्रीएकदिसंबर,2017सेरिजर्वेशनकाउंटरपर'भीम' एपकेजरियेअपनेटिकटबुककरासकेंगे।

रेलवेट्रैफिकबोर्डकेसदस्यमोहम्मदजमशेदनेगुरुवारकोबतायाकिरेलटिकटखरीदनेवालेकलसेभारतइंटरफेसफॉरमनी(भीम)एपकाइस्तेमालकरसकतेहैं।नोटबंदीसेपहलेकरीब58फीसदलोगऑनलाइनटिकटोंकीबुकिंगकरातेथे।अक्टूबर,2016सेअबयहआंकड़ा70प्रतिशतपरपहुंचगयाहै।'भीम' मनीट्रांसफरकरनेकासरकारीएपहै।इसकाइस्तेमालबहुतकमशुल्कपरकियाजासकताहै।उन्होंनेकहा,'अक्टूबर2016केबादईटिकटबुककरानेमेंतोबहुतअधिकबढ़ोत्तरीहुईहै,लेकिनरिजर्वेशनकाउंटरोंपरसिर्फदो-तीनफीसदहीट्रांजेक्शनकैशलेसहोतेहैं।'जमशेदकेअनुसार,सभीकाउंटरोंपरकरीब30फीसदयात्रीटिकटबुककरातेहैं।हमनेइनकाउंटरोंपरडेबिटऔरक्रेडिटकार्डमशीनेंलगाईहुईंहैं,लेकिनरेलवेउनयात्रियोंकीभीमददकरनाचाहताहैजोनतोकार्डऔरनहीनकदलेकरबल्किसिर्फफोनकेसाथहीचलनेकोइच्छुकहैं।इसलिएहमकलसेयूपीआइकीशुरुआतकरनेजारहेहैं।

By Dyer