सिद्धार्थनगर:सब्जियोंकीफसलपरइनदिनोंकीटोंकाप्रकोपहै,जिसकेचलतेउत्पादनबुरीतरहप्रभावितहोरहाहै।अभीतकतोकिसीतरहफसलबचाई,लेकिनअबकीटोंकेप्रकोपनेकिसानोंकोसकतेमेंडालदियाहै।तमामकीटनाशकोंकेछिड़कावकेबादभीफसलबचतीनहींदिखरहीहै।
राप्तीनदीकीतटवर्तीग्रामपंचायतेंसब्जीउत्पादनमेंअग्रणीहैं।नकदीफसलकेरूपमेंकिसानसब्जियांउगाकरहीपरिवारकाभरणपोषणकरतेहैं।वीरपुरकोहल,एहतमाली,असनहरा,नेबुआ,मठिया,औरंगाबाद,बनगाई,गौरा,धोबहा,पटखौलीआदिक्षेत्रोंमेंसब्जियोंकीखेतीकिसानकरतेहैं,लेकिनजुलाईमहीनेमेंतनावफलछेदककीटोंनेफसलपरहमलाबोलदियाहै।
टमाटर,बैंगन,तरोई,नेनुआ,लौकीऔरभिडीवअन्यसब्जियोंकाउत्पादनप्रभावितहोरहाहै।एकतरफपौधेइसप्रभावमेंआकरसूखरहेहैंतोदूसरीतरफतैयारसब्जियोंमेंकीड़ेपड़ेमिलरहेहैं।बाजारमेंरोगग्रस्तसब्जियोंकेखरीदारनहींमिलरहेहैं।पटखौलीनिवासीतीरथ,राजूनेबतायाकिभिडीआठमंडीमेंलगाएथे,लेकिनफसलरोगग्रस्तनिकलरहीहै।जमापूंजीनिकालपानामुश्किलहै।गौरानिवासीराजेंद्रयादवकहतेहैंकिउन्होंनेटमाटरवबैंगनलगायाथा।मौजूदासमयमेंपौधेकीटोंकेप्रकोपसेसूखतेजारहेहैं।कईप्रकारकेकीटनाशकोंकाप्रयोगकिया,लेकिनकोईलाभनहींमिला।
सोहनाकृषिविज्ञानकेंद्रकेविशेषज्ञडा.मारकंडेयसिंहनेकहाकिजबआसमानसाफहोतोइमिडाक्लोप्रिडदवाएकमिलीलीटरतीनलीटरपानीमेंमिलाकरछिड़कावकरें,इससेबचावहोगा।