जमशेदपुर(जागरणसंवाददाता)।Sendrafestival:आदिवासियोंद्वारामनायाजानेवालेसेंदरापर्वकोलेकरकईअनोखीपरंपराएंहैं।येपरंपराएंकाफीलंबेकालखंडसेचलतीआरहीहैं।जिसकापालनआजतकआदिवासीसमाजकेलोगकरतेआरहेहैं।आदिवासीसमुदायकेजानकारवदलमाबुरूसेंदरासमितिकेसक्रियसदस्यधानोमार्डीकहतेहैंकिसेंदरापर्वमेंजानवरोंकासेंदराकरनेनहींजातेहैं।इसकेपीछेकईअन्यकारणभीहैं,जिसेआदिवासीसमाजकेलोगअपनेपूर्वजोंकेबताएहुएरास्तेपरचलरहेहैं।धानोमार्डीकहतेहैंकिदलमामेंशिकारकरनेकेलिएहीनहींजातेहैं,बल्किजड़ीबूटीकेपेड़-पौधोंकीपहचानकरनेजातेहैं।
शिकारपरजानेसेपहलेगुरुकेसाथकरतेहैंबैठक
धानोमार्डीकहतेहैंकिशिकारपर्वकहेजानेवालेसेंदराकोमनानेकेदौरानजबघनेजंगलोंमेंजातेहैंतबउनकेटीमकेसाथगुरू(वैद्य)भीसाथमेंरहतेहैं।जंगलमेंजानेसेपहलेकईदौरकीबैठकअपनेगुरूकेसाथकरतेहैं।जिसमेंवहजड़ी-बूटीकेपहचानकेसाथउनकाउपयोगकेबारेमेंजानकारीदेतेहैं।पहचानकेदौरानसेंदरावीरकोजानकारीदेतेहैंकिकिसपौधेकाफल-फूल,जड़यापत्ताकाउपयोगकिसबीमारीकीरोकथाममेंकारगरहोताहै।यहजानकारीआदिवासीसमाजकेलिएकाफीउपयोगीहोतीहैं।इसकेआधारपरवेजड़ी-बूटियोंकाभीउपयोगकरतेरहतेहैं।
जबकोईजानवरबाधापहुंचाताहैतबकरतेहैंशिकार
सेंदराबीरजबजंगलकेअंदरजातेहैं।उससमयगुरू(वैद्य)जड़ीबूटीकेबारेमेंजानकारीदेतेहैं।इसीदौरानवहअपनेपारंपरिकवाद्ययंत्रसेगानाबजानाकरतेहैं।अचानकजबउनकेबीचकोईजानवरआकरबाधापहुंचाताहै,तबसेंदराबीरउसेबाधापहुंचानेकेआरोपमेंशिकारकरतेहैं।यहपरंपरापूर्वजोंकेकालसेहीचलीआरहीहै।