संवादसहयोगी,अल्मोड़ा:पर्वतीयअंचलमेंइनदिनोंशाक-भाजीकीपौधकेसाथहीबीजविक्रयकाश्तकारोंकीआजीविकाकाजरियाबनाहै।जिलामुख्यालयकेआसपासकेग्रामीणक्षेत्रोंकेकाश्तकारअपनीनर्सरीमेंउगाएगएइननन्हेपौधोंकोविक्रयकेलिएलारहेहैं।इनपौधोंकेसाथहीशाक-भाजीकेअन्यबीजोंकोबेचकरअपनीआजीविकाचलारहेहैं।
जिलेकेविभिन्नविकासखंडोंहवालबाग,ताकुला,द्वाराहाट,चौखुटिया,भिकियासैंण,स्याल्दे,सल्ट,ताड़ीखेत,लमगड़ा,धौलादेवी,भैसियाछानामेंपतलीमिर्चकाउत्पादनबहुतायतसेहोताहै।वहींइनदिनोंशिमलामिर्चतथाबैंगनकेपौधोंकाभीरोपणकियाजाताहै।इसीकेमद्देनजरजिलामुख्यालयकेसमीपवर्तीगांवोंकेकाश्तकारअपनीनर्सरीमेंतैयारइनपौधोंकोविक्रयकेलिएलारहेहैं।सालोंसेमिर्च,शिमलामिर्चवबैंगनकेपौधोंकीबिक्रीकररहेजिलामुख्यालयकेसमीपवर्तीग्रामबल्टाकेबलवंतसिंहनेबतायाकिवहप्रतिदिनकरीब80गड्डीमिर्च,शिमलामिर्चतथाबैंगनकीपौधबेचलेतेहैं।इससेवहप्रतिदिन800रुपयेकमालेतेहैं।सीजनकेदौरानइसीसेआजीविकाचलातेहैं।इसीप्रकारअन्यपौधविक्रेताओंराजेंद्रसिंह,किसनसिंहतथासाधूकुमारकाकहनाथाकिवहभीसब्जीकेपौधोंकीबिक्रीकरअपनेपरिवारकाभरणपोषणकरतेहैं।पौधोंकेसाथहीइनकाश्तकारोंद्वारासब्जियोंकेबीजोंजैसेमूली,लाही,भिंडी,तोरई,लौकी,कद्दूवककड़ीवगैरहकेबीजोंकाभीविक्रयकियाजारहाहै।
जनवरी-फरवरीमेंतैयारकीजातीहैनर्सरी
अल्मोड़ा:पहाड़मेंजनवरीवफरवरीमाहमेंमिर्च,शिमलामिर्चतथाबैंगनकीनर्सरीकेलिएकुछवर्गमीटरकाखेततैयारकियाजाताहै।फिरइसमेंबीजारोपणकियाजाताहै।करीबदोमाहकेबादयहपौधरोपणकेलिएतैयारहोतेहैं।
काश्तकारोंकेहितोंकेलिएविभागवशासनगंभीरहै।काश्तकारोंकोबीजवकीटनाशकदवा60प्रतिशतसब्सिडीपरउपलब्धकरायाजाताहै।साथहीसब्जीउत्पादकोंकोसमय-समयपरबेहतरउत्पादनकाप्रशिक्षणभीदियाजाताहै।
-हितपालसिंह,मुख्यउद्यानअधिकारी,अल्मोड़ा