पौनी, जुगलमंगोत्रा:पौनीतहसीलक्षेत्रकेदूरदराजकेप्राइमरीस्कूलइखनीमेंपिछलेदोसालमेंविद्यार्थियोंकोशिक्षितकरनेकेलिएशिक्षकसंजीवशर्मानेदिन-रातमेहनतकी।अबदूरदराजगांवोंकेदिव्यांगबच्चोंकोभीशिक्षितकरनेकाउन्होंनेजिम्माउठायाहै।उन्होंनेतलाशअभियानकेतहतव्हीलचेयरपरचारबच्चोंकोस्कूललाकरदोबच्चोंकापहलीऔरदोकादूसरीकक्षामेंदाखिलाकियाऔरअन्यदिव्यांगबच्चोंकीभीतलाशकररहेहैं।
दिव्यांगबच्चोंकोकभीउनकेस्वजनस्कूलपहुंचादेतेहैं।जिसदिनवेबच्चेस्कूलनहींआतेहैंतोवेउनकेघरोंपरजाकरपढ़ातेहैं।अबकोरोनामहामारीकेचलतेफिरसेस्कूलबंदहोनेकेबादवेदिव्यांगबच्चोंसहितअन्यबच्चोंकेघरोंपरपहुंचकरनियमोंकापालनकरतेहुएउन्हेंपढ़ारहेहैं।पौनीनिवासीशिक्षकसंजीवशर्माइससमयपौनीजोनकेप्राइमरीस्कूलइखनी(विंटर जोन)मेंशिक्षककेपदपरतैनातहैं।कोरोनामहामारीसेपहलेउन्होंने40बच्चोंकाप्राइमरीस्कूलइखनीमेंदाखिलाकियाथा।
स्कूलमेंइससेपहलेवर्ष2019-20मेंमात्र13विद्यार्थीथे।वर्ष2020में40विद्यार्थियोंकोघरोंसेस्कूललानेकेबादउन्होंनेविद्यार्थियोंकीसंख्या53तकपहुंचादी।वर्ष2021केमौजूदासमयमेंस्कूलमेंकरीब70विद्यार्थीशिक्षाग्रहणकररहेहैं।मात्र13सेविद्यार्थियोंकीसंख्या70तकपहुंचानेपरउक्तशिक्षककोशिक्षाविभागसेपुरस्कृतभीकियागयाहै।पर्यावरणसंरक्षण,बेटीबचाओबेटीपढ़ाओ,बेटीकोखिलाड़ीबनाओजैसेशिविरआयोजितकरसैकड़ोंलोगोंवविद्यार्थियोंकादिलजीतनेवालेशिक्षकसंजीवशर्माकेकदमअभीभीरुकनेकानामनहींलेरहेहैं।
वहदूरदराजकेगांवोंमेंपहुंचकरकोरोनाकेखिलाफभीलोगोंकोजागरूककररहेहैं।इतनाहीनहींलोगोंकोजागरूककरनेकेबादवहबच्चोंकोशिक्षितकरनेकेलिएउनकेघरोंपरपहुंचकरउन्हेंपढ़ारहेहैं।जीवनहरियालीहैसंस्थाबनाकरकियाजागरूकशिक्षकसंजीवशर्मावर्ष2002सेजीवनहरियालीहैनामकसंस्थाबनाकरलोगोंकोपौधारोपणकेलिएजागरूककररहेहैं।इतनाहीनहींवहहफ्तेमेंदोबारप्रत्येकगांवमेंपहुंचकरपर्यावरणसंरक्षणऔरअपनेघरकेपासऔरबगीचेमेंपौधारोपणकरनेकेलिएजागरूककररहेहैं।
अगस्त2009मेंशिक्षकबननेकेबादउनकीपहलीतैनातीहाईस्कूलकुंडखनेयाड़ीमेंहुई।वहस्कूलोंमेंविद्यार्थियोंकेअलावाशिक्षकोंकोभीपौधारोपणकेलिएजागरूककरतेहैं।स्थानीयलोगवशिक्षाविभागउनकेइसकामकीसराहनाकररहेहैं।विद्यार्थीवअभिभावकखुशपहलीऔरदूसरीकक्षामेंपढ़ाईकरनेवालेदिव्यांगमलकीत¨सह,व¨रद्र¨सह,वंदनादेवी,अंजलीदेवीआदिकाकहनाहैवेस्कूलमेंदाखिलामिलनेकेबादकाफीखुशहैं।अबवेभीशहरऔरमुहल्लोंमेंरहनेवालेबच्चोंकीतरहपढ़-लिखकरअपनीउम्मीदोंकेसपनेपूरेकरेंगे।
प्राइमरीस्कूलइखनीमेंपढ़नेवालेबच्चोंकेअभिभावकतिलकराज,सुखदेव¨सह,पशोरीलाल,शम्सदीन,अलफदीनआदिकाकहनाहैकिशिक्षकसंजीवशर्मामेहनतऔरलगनसेउनकेबच्चोंकोपढ़ारहेकैं।उनकेबच्चेस्कूलमेंपहुंचकरखुशहैं।सरकारकोऐसेहीशिक्षकोंकोस्कूलोंमेंतैनातकरबच्चोंकोशिक्षितकरनेकेलिएप्रेरितकरनाचाहिए।शिक्षकसंजीवशर्माकेप्रयासकीवहसराहनाकरतेहैं।
अशिक्षितबच्चोंकास्कूलमेंदाखिलाकरानेकेबादउन्हेंघरोंपरपहुंचकरपढ़ानेमेंउनकीखासभूमिकारहीहै।शिक्षाविभागकीतरफसेउन्हेंजोभीकामसौंपाजाताहै,वहउसेपूराकरनेमेंअपनीपूरीरुचिरखतेहैं।-मुश्ताकअहमद,चीफएजुकेशनआफिसररियासी