जागरणसंवाददाता,नारनौल:रामकेसाथपरशुरामभीजरूरीहैं,क्योंकिदोनोंएक-दूसरेकेपूरकहैं।यहकहनाहैवरिष्ठसाहित्यकारऔरमनुमुक्तमानवमेमोरियलट्रस्टकेचीफट्रस्टीडा.रामनिवासमानवका।स्थानीयसेक्टरएक,पार्ट-दोस्थितअंतरराष्ट्रीयसांस्कृतिककेंद्रमनुमुक्तभवनमेंपरशुरामजयंतीकेसुअवसरपरभगवानपरशुरामकोश्रद्धांजलिअर्पितकरनेकेउपरांतउन्होंनेकहाकिपरशुरामशक्तिकेप्रतीकहैंऔरश्रीराममर्यादाके।मर्यादाकीस्थापनाकेलिएशक्तिबहुतजरूरीहैऔरइसीलिएकईबारश्रीरामकोभीशक्तिकाप्रयोगकरनापड़ाथा।देशकीवर्तमानस्थितिकीचर्चाकरतेहुएडा.मानवनेकहाकिनेताओंकीअवसरवादिता,तुष्टिकरणकीनीति,छद्मधर्मनिरपेक्षताऔरन्यायपालिकाकीअकर्मण्यताकेचलतेआतंकवादी,विघटनकारीऔरराष्ट्र-विरोधीशक्तियांसिरउठारहीहैं,कुठाराघातद्वाराहीजिनकादमनसंभवहै।उत्तरप्रदेशकाउदाहरणदेतेहुएउन्होंनेस्पष्टकियाकियहशासनऔरप्रशासनकी²ढ़ताकाहीपरिणामहैकिवहांमाफियाजेलोंमेंबंदहैं।वहींउद्घोषितअपराधीस्वयंथानोंमेंपहुंचकरआत्म-समर्पणकररहेहैं।भगवानपरशुरामकीनीतियोंकेमहत्वकोरेखांकितकरतेहुएउन्होंनेकहाकिवेआजभीप्रासंगिकहैंतथाउनकाअनुसरणकरकेहीदेशऔरसमाजकोभय,आतंकऔरअपराधसेमुक्तकियाजासकताहै।इससेपूर्वभगवानपरशुरामकेचित्रपरपुष्पांजलिअर्पितकीगई।निगरानीसमितिकेपूर्वचेयरमैनतथामनोनीतपार्षदमहेंद्रसिंहगौड़,कृष्णकुमार,एडवोकेट,ट्रस्टीडा.कांताभारतीऔरपुष्पलताशर्माभीइसअवसरपरउपस्थितरहीं।

By Doyle